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छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में पूछताछ के लिए थाने बुलाए गए एक शख्स ने आत्महत्या कर ली। युवक के आत्महत्या की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। युवक ने बलरामपुर जिले की कोतवाली थाना के वॉशरूम में घुसकर फांसी लगा ली। इसके बाद स्थानीय लोग वहां पहुंचे और थाने में पथराव करते हुए तोड़फोड़ की। बेकाबू भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। भीड़ को मौके से हटाने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े।
क्या है मामला?
पलिस अधिकारी ने बताया कि मृतक गुरुचंद मंडल की पत्नी पिछले महीने लापता हो गई थी, जिसके बाद उन्होंने 29 सितंबर को बलरामपुर पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी गुरूचरण मंडल (30 वर्ष) को गुरुवार दोपहर पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन बुलाया गया था। दोपहर करीब 3:00 उसने पुलिस स्टेशन के टॉयलेट के अंदर अपने गमछे से फांसी लगा ली। उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मंडल एनआरएचएम कार्यालय में संविदा में चपरासी का काम करता था।
कांग्रेस ने बोला हमला
इस बीच, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अशोक कुमार साहू ने घटना की न्यायिक जांच का आदेश दिया। वहीं, विपक्षी कांग्रेस ने राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति पर सत्तारूढ़ भाजपा की आलोचना की। राज्य कांग्रेस प्रमुख दीपक बैज ने कहा, छत्तीसगढ़ भाजपा शासन में जल रहा है। कानून-व्यवस्था चरमरा गई है। ऐसी घटनाएं भाजपा सरकार की विफलता के कारण हैं। स्थानीय लोगों द्वारा पुलिस स्टेशन पर पथराव किए जाने से बलरामपुर में स्थिति तनावपूर्ण है। इसके लिए राज्य सरकार और प्रशासन जिम्मेदार है। हम घटना की निंदा करते हैं और इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हैं। घटना की जांच के लिए कांग्रेस ने आठ सदस्यीय कमेटी का गठन किया है।
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