रायपुर: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महादेव ऐप को लेकर केंद्र सरकार पर सवाल उठाए हैं। वह छत्तीसगढ़ की राजनांदगांव लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में जब उनसे दुर्ग में महादेव ऐप में हुए घोटाले को लेकर सवाल किया गया तो वह भड़क गए। उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि यह ऐप पूरे देश में चल रहा है। ऐसे में किसने कितने पैसे लिए हैं। डबल इंजन की सरकार ने कितने पैसे लिए हैं।
अमित शाह पर भी साधा निशाना
भूपेश बघेल ने अमित शाह पर भी निशाना साधा। महादेव ऐप के जरिए हुई कथित सट्टेबाजी के मामले में आर्थिक अपराध शाखा ने भूपेश बघेल को मुख्य लाभार्थी बनाया है। आरोप है कि उन्होंने सबसे ज्यादा पैसे लिए और इसके बदले में सट्टेबाजी को बढ़ावा दिया। वहीं, भूपेश बघेल का कहना है कि यह ऐप अभी देश में चल रहा है और इसमें हुई धांधली में उनकी कोई भूमिका नहीं है। चुनाव के पहले उनकी छवि खराब करने के लिए इस मामले को उठाया गया और अब जबरन खींचा जा रहा है।
क्या है महादेव ऐप?
महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग एप कई वेबसाइट व ऐप का एक सिंडिकेट है। इसका हेडक्वार्टर UAE में है। इसके कॉल सेंटर श्रीलंका और नेपाल में भी हैं। कंपनी अन्य ऐप को 70:30 के लाभ अनुपात पर फ्रेंचाइजी देती है। महादेव ऐप पर अवैध सट्टेबाजी वेबसाइटों को नए यूजर दिलाने और पैसों की हेराफेरी करने का आरोप है। हाल ही में ED ने सितंबर महीने में महादेव ऑनलाइन लॉटरी ऐप मामले की जांच करते हुए कोलकाता, भोपाल और मुंबई समेत कई शहरों में छापेमारी कर 417 करोड़ की संपत्ति फ्रीज और जब्त की थी।
कैसे हुआ घोटाला?
महादेव ऐप पर सट्टे का खेल 500 रुपये से शुरू होता था। शुरुआत में हारने वाले व्यक्ति को भी जीता हुआ दिखाया जाता था और उसे जीते के पैसे भी मिलते थे। इससे खेलने वाले के अंदर लालच बढ़ता था और वह बड़ी राशि खेल में लगाता था। इसके बाद वह हार जाता था। रिपोर्ट के मुताबिक, इस ऐप के छत्तीसगढ़ समेत अन्य राज्यों में 30 सेंटर थे। एक साल में इस ऐप पर करीब 10 लाख लोगों ने सट्टा लगाया। इसी दौरान ऐप के जरिए 5000 करोड़ रुपये का लेनदेन किया गया।
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