रायपुर: छत्तीसगढ़ के रायपुर से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिससे स्कूली किताबों में पढ़ी गई कहानी 'हार की जीत' की यादें ताजा हो गईं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रायपुर में पहले तो 2 बदमाश खुद ही मोटरसाइकिल से गिर गए और घायल होने का नाटक करने लगे। जब वहां से गुजर रहे पिता-पुत्र उनकी मदद के लिए जाते हैं तो वे उन पर ही हमला कर देते हैं और लूटपाट की कोशिश करते हैं। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। पुलिस को इस मामले में कोई शिकायत नहीं मिली है लेकिन फिर भी मामले की जांच की जा रही है।
मोबाइल और पैसे लूटने की कोशिश करते हैं बदमाश
वीडियो में नजर आ रहा है कि सरस्वती नगर के शहीद मनमोहन सिंह बक्शी मार्ग पर 2 लोग पैदल जा रहे हैं। अचानक 2 युवक मोटरसाइकिल से गिर जाते हैं जिसे देखकर पिता-पुत्र उनकी मदद के लिए उनके पास पहुंचते हैं। वीडियो में नजर आ रहा है कि बदमाश मदद के लिए पहुंचे लोगों से ही उलझ जाते हैं और उनसे पैसा और मोबाइल लूटने की कोशिश करते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीड़ितों ने पुलिस को कोई शिकायत नहीं दी है लेकिन पुलिस मामले की जांच कर रही है। पिता-पुत्र चंपा के निवासी बताए जा रहे हैं जो ट्रेन से रायपुर पहुंचे थे और फिर कोटा इलाके में जा रहे थे।
‘हार की जीत’ कहानी और इस घटना में क्या है समानता?
स्कूली किताबों में ‘हार की जीत’ नाम की एक कहानी इस घटना से काफी मेल खाती है। कहानी में बाबा भारती नाम के एक साधु के पास अच्छी नस्ल का घोड़ा होता है जिसे खड्ग सिंह नाम का डाकू पाना चाहता है। एक दिन वह बीमार के रूप में सड़क पर बैठा होता है तो बाबा भारती उसे अपने घोड़े पर बिठा लेते हैं। रास्ते में वह बाबा को झटका देकर घोड़ा लेकर भाग जाता है। हालांकि उस कहानी में खड्ग सिंह को बाद में पछतावा होता है और वह बाद में बाबा भारती को घोड़ा वापस कर देता है।