छत्तीसगढ़ के बालौदाबाजार में एक ही परिवार के 4 लोगों की हत्या कर दी गई। आरोपियों ने छह महीने के मासूम को भी नहीं छोड़ा और पूरे परिवार को खत्म करके ही वापस लौटे। पुलिस मामले की जांच कर रही है। अब तक हत्या की वजह या आरोपियों को लेकर कोई सबूत नहीं मिले हैं। हालांकि, गांव के लोगों का मानना है कि जादू टोना के शक में पूरे परिवार की हत्या की गई है। शक के आधार पर ही पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है।
मामला बलौदाबाजार जिले के कसडोल अंतर्गत ग्राम छरछेद का है। यहां एक ही परिवार के चार लोगों की दर्दनाक हत्या कर दी गई। मृतकों में दो महिला, एक पुरुष के अलावा एक 6 माह का बच्चा भी शामिल है। मामले में पुलिस ने तीन संदेहियों को हिरासत में लिया है। फिलहाल तीनों से पूछताछ जारी है। जानकारी के अनुसार एक मासूम बच्चे समेत उनकी माता-पिता और दादी की निर्मम हत्या की गई है।
पहले महिलाओं फिर पुरुष और मासूम को मारा
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने टोनही के संदेह में घटना को अंजाम दिया है। बताया जा रहा है कि आरोपी पहले घर में घुसे और दो महिलाओं को हत्या की फिर वहां मौजूद एक पुरुष को मारा और अंत में मासूम बच्चे की हत्या कर दी। तीनों आरोपियों से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। हत्या के कारण का पता अब तक नहीं चल पाया है। जानकारी के मुताबिक चेतराम, जमुना बाई केवट, जमुना बाई का छोटा बच्चा और यशोदा बाई केवट की हत्या की गई है। पुलिस ने शक के आधार पर तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इनमें रामनाथ पाटले, दीपक पाटले, दिल कुमार पाटले शामिल हैं। स्थानीय लोगों की मानें तो जादू-टोना के शक में हत्या को अंजाम दिया गया है। घटना की जानकारी मिलते ही कसडोल पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। सभी मृतक एक ही घर परिवार के हैं।
(बलौदाबाजार से सिकंदर खान की रिपोर्ट)