छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में गुरुवार को सुरक्षाकर्मियों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई। यह मुठभेड़ सुकमा और बीजापुर जिलों की सीमा पर स्थित घने जंगलों में हुई, जब सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम नक्सल रोधी अभियान पर निकली थी। जानकारी के मुताबिक, इस अभियान में जिले रिजर्व गार्ड, विशेष कार्य बल (STF) और सीआरपीएफ की विशिष्ट इकाई 'कोबरा' (कमांडो बटालियन फॉर रेजोल्यूट एक्शन) के जवान शामिल थे।
जैसे ही यह टीम जंगल में गश्त कर रही थी, नक्सलियों ने उन पर अचानक हमला कर दिया। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई और रुक-रुक कर गोलीबारी जारी है। सुरक्षा बलों ने क्षेत्र को पूरी तरह से घेर लिया है और नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए अभियान जारी है।
अबूझमाड़ में 5 नक्सली मारे गए थे
इससे पहले छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 5 नक्सलियों को मार गिराया गया था। इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों को AK-47, SLR और अन्य स्वचालित हथियार भी मिले थे। इस मुठभेड़ में दंतेवाड़ा डीआरजी के हेड कांस्टेबल सन्नू करम शहीद हो गए थे।
पुलिस के मुताबिक, नारायणपुर और दंतेवाड़ा जिलों की सीमा पर दक्षिण अबूझमाड़ के एक जंगल में शनिवार शाम को मुठभेड़ हुई थी। मुठभेड़ के बाद रविवार को चार नक्सलियों के शव बरामद किए गए थे। इलाके में जारी अभियान के दौरान सोमवार को एक अन्य नक्सली का शव बरामद किया गया। अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है, जिसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। शुक्रवार को शुरू किए गए इस अभियान में चार जिलों नारायणपुर, बस्तर, कोंडागांव और दंतेवाड़ा के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के जवान शामिल थे। (भाषा इनपुट)
ये भी पढ़ें-
चाचा-भतीजे के मिलन पर अजित गुट के नेता का बयान, "राज्य और देश के लिए अच्छा होगा"