छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में आठ नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया और उनके पास से विस्फोटक बरामद किए गए। गिरफ्तार किए गए नक्सली सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए उसूर-टेकमेटला मार्ग के बीच आईईडी लगाने की योजना बना रहे थे। एक अधिकारी ने बताया कि उन्हें शनिवार को जिला रिजर्व गार्ड और स्थानीय पुलिस ने नक्सल विरोधी अभियान के दौरान उसूर और टेकमेटला गांवों के बीच सुरक्षाकर्मियों ने गिरफ्तार किया।
सुरक्षाकर्मियों ने जोगा माडवी, देवा सोढ़ी, गुड्डी माडवी, चूला हेमला, सुक्ला सोढ़ी, पायकी मडकम, सुक्का कुंजाम और मल्ला मिदियाम से तीन टिफिन बम, तार और अन्य सामग्री जब्त की। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में नक्सलियों को कड़ी प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि सुरक्षा बलों ने सीपीआई (माओवादी) के गढ़ों से वामपंथी उग्रवाद को खत्म करने के लिए लगातार अभियान चलाया हुआ है। एक दिन पहले बस्तर क्षेत्र में उग्रवाद विरोधी अभियान में पांच नक्सली मारे गए और दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गए, जिससे इस वर्ष अलग-अलग मुठभेड़ों में मारे गए नक्सलियों की संख्या 197 हो गई।
नारायणपुर में पांच नक्सली ढेर
नक्सल प्रभावित नारायणपुर और कांकेर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में शनिवार को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में पांच नक्सली ढेर हो गए। इस दौरान सुरक्षाबलों के दो जवान भी घायल हुए। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उत्तर अबूझमाड़ क्षेत्र में नक्सलवादियों की उपस्थिति की सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबल के जवानों को नक्सल विरोधी अभियान के लिए रवाना किया गया था। इस दल में जिला रिजर्व बल (डीआरजी), विशेष कार्य बल (एसटीएफ) और सीमा सुरक्षा बल के जवान शामिल थे।
अधिकारियों ने बताया कि शनिवार सुबह लगभग आठ बजे जब दल अबूझमाड़ क्षेत्र में था तब नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। इसके बाद सुरक्षाबलों ने पांच नक्सलियों के शव और बड़ी संख्या में हथियार बरामद किए। अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ में दो जवान घायल हुए थे, जिनकी हालत ठीक है और खतरे से बाहर है। छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में सुरक्षाबलों ने अलग-अलग मुठभेड़ों में इस साल अब तक 197 नक्सलियों को मार गिराया है। इससे पहले आठ नवंबर को राज्य के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में तीन नक्सली मारे गए थे। (इनपुट- पीटीआई भाषा)