छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही और कोरबा जिले में सुबह-सुबह भूकंप के झटके से लोगों में अफरातफरी का माहौल बन गया। लोग डर के मारे अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए। कोरिया जिला के मुख्यालय बैकुंठपुर में भी भूकंप के झटकों को महसूस किया गया है। भूकंप के कारण इलाके के कई घरों की दीवारों में दरारें तक आ गई हैं। इस घटना से लोगों में खौफ के हालात बने हुए हैं।
इतनी रही तीव्रता
छत्तीसगढ़ में आए भूकंप का केंद्र कोरबा जिले के पसान के पास बताया जा रहा है। भूकंप का केंद्र जमीन के 5 किलोमीटर भीतर बताया गया है। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 3.6 मापी गई है। बीते एक साल में इलाके में ये भूकंप का 5वां मामला बताया जा रहा है।
अधिकारी अलर्ट
स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक, भूकंप के कारण अबतक जानमाल के बड़े नुकसान की खबर सामने नहीं आई है। ये हल्की श्रेणी का भूकंप था, इस कारण ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। हालांकि, भूकंप का केंद्र धरती से केवल 5 किलोमीटर ही अंदर था। अधिकारियों को निगरानी और अगर क्षति हुई हो तो उसकी रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है।
क्यों आते हैं भूकंप?
10 अगस्त को हिमाचल प्रदेश में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। हाल के दिनों में देश के कई इलाकों में भूकंप की घटनाओं में बढ़ोतरी देखी जा रही है। हमारी धरती के भीतर 7 टेक्टोनिक प्लेट्स हैं। ये प्लेट्स लगातार अपने स्थान पर घूमते रहते हैं। हालांकि, कभी-कभी इनमें टकराव या घर्षण भी होता है। इसी कारण धरती पर भूकंप की घटनाएं देखने को मिलती हैं।
(छत्तीसगढ़ से सिकंदर खान की रिपोर्ट)
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