छत्तीसगढ़ के दुर्ग में गणेश चतुर्थी के पहले ही दिन गणेश पंडाल में नाचने के दौरान शुरू हुआ विवाद इतना हिंसक हो गया कि तीन भाइयों की हत्या कर दी गई और एक व्यक्ति घायल हो गया। यहां डीजे पर नाचने के दौरान लड़ाई शुरू हुई थी। पुलिस ने इस मामले में 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामला दुर्ग जिले के अहिवारा विधानसभा के नंदिनी थाना क्षेत्र का है। यहां दो पक्षों के बीच विवाद ऐसा बढ़ा कि शनिवार देर रात मारपीट शुरू हो गई। इस बीच गन्ने से की गई पिटाई और चाकूबाजी से एक पक्ष के तीन युवकों की मौत हो गई। जबकि दूसरे पक्ष से एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया।
मामले की जानकारी मिलते ही एसपी जितेन्द्र शुक्ला मौके पर पहुंचे और पुलिस अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। दुर्ग जिले के नंदिनी खुंदनी गांव में पुराना शीतला पारा और यादव मोहल्ला गुट के कुछ लोगों में विवाद हो गया। यह विवाद शुक्रवार को भगवान गणेश की मूर्ति स्थापना करने के दौरान म्यूजिक बजाने के दौरान शुरू हुआ। उस दौरान मामले को शांत कर लिया गया था।
शनिवार को दोबारा शुरू हुई लड़ाई
शनिवार को यादव मोहल्ले के कुछ युवक राजेश यादव, करण यादव ने गणेश पंडाल के पास ही शीतला पारा के आकाश पटेल और एक अन्य युवक को बुलाया और शुक्रवार को उसके पिता से हुए विवाद को लेकर झगड़ा शुरू कर दिया। राजेश और करण सगे भाई हैं और उनके साथ उनका चचेरा भाई वासु यादव भी था।
चाकूबाजी के बाद हुई जानलेवा झड़प
राजेश यादव जिस पर पहले से थाने में मामला दर्ज हैं, उसने आकाश पटेल पर चाकू से हमला कर दिया। इसकी जानकारी जैसे ही दूसरे पक्ष के शीतला पारा के लोगों को हुई तो लोग जमा हो गए और चाकू मारने वाले राजेश, करण और वासु की गन्नों से पिटाई कर दी। इस पिटाई से यादव पारा के राजेश यादव, करण और वासु की मौत हो गई। जबकि चाकू लगने से दूसरे पक्ष के आकाश पटेल की हालत गंभीर है। इस घटना के बाद ग्रामीण भड़क गए और नंदिनी थाने का घेराव करने पहुंच गए। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस विवाद की सूचना पर तुरंत मौक पर नहीं पहुंची थी, जिस कारण इतनी बड़ी घटना हो गई, जिसमे तीन युवकों की मौत हो गई।
(दुर्ग से सिकंदर खान की रिपोर्ट)