छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने प्रचंड जीत दर्ज की है। ऐसे में पार्टी इस बार बड़ा मैसेज देने का मन बना रही है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री उसे बनाया जाएगा जिसका असर 2024 के लोकसभा चुनाव पर भी हो। बीजेपी आलाकमान छत्तीसगढ़ में ओबीसी या आदिवासी नेता को बागडोर सौंपने पर विचार कर रहा है और इस सबके बीच मुख्यमंत्री पद की रेस में पूर्व सीएम रमन सिंह का नाम पिछड़ गया है। राज्य में बीजेपी अब एक नए नाम पर विचार कर रही है।
रमन सिंह के खिलाफ है ये फैक्टर
देखा जाए तो छत्तीसगढ़ में सीएम पद की रेस में कई नाम शामिल हैं। इनमें सांसद रेणुका सिंह, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, सांसद गोमती साय का नाम शामिल है। साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह भी रेस में बताए जा रहे थे लेकिन कहा जा रहा है कि इस बार पार्टी रमन सिंह के आगे निकलना चाहती है। इसकी सबसे बड़ी वजह उनकी उम्र है। रमन सिंह 71 साल के हो चुके हैं और यही एक बड़ी वजह है कि बीजेपी इस बार उनके फेस पर रिस्क लेना नहीं चाहेगी।
विष्णुदेव साय कर सकते हैं सरप्राइज
इतना ही नहीं रमन सिंह के अलावा छत्तीसगढ़ सीएम की रेस में लता उसेंडी, रामविचार नेताम और विष्णुदेव साय का नाम भी बताया जा रहा है। विष्णुदेव साय बहुत बड़े आदिवासी नेता हैं। वह दो बार के विधायक, चार बार के सांसद और तीन बार छत्तीसगढ़ बीजेपी के अध्यक्ष रह चुके हैं। चुनाव प्रचार के दौरान अमित शाह ने भी उन्हें बड़ी जिम्मेदारी देने के संकेत दिए थे।
BJP अध्यक्ष और पीएम मोदी लगाएंगे फाइनल मुहर
वहीं आज की विधायक दल की बैठक में तीनों ऑब्जर्वर, झारखंड के पूर्व सीएम और आदिवासी नेता अर्जुन मुंडा, असम के पूर्व सीएम और केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल और पार्टी महासचिव दुष्यंत गौतम शामिल हैं। इनके अलावा बैठक में छत्तीसगढ़ के प्रभारी ओम माथुर पहले से ही रायपुर में मौजूद हैं। माना ये जा रहा है कि विधायक दल की बैठक में तीनों ऑब्जर्वर सभी विधायकों से सीएम फेस को लेकर उनकी राय जानेंगे और फिर पार्टी हाईकमान को रिपोर्ट देंगे। इसके बाद पार्टी अध्यक्ष और पीएम मोदी फाइनल नाम पर मुहर लगाएंगे।
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