कोरबा: बढ़ती महंगाई ने टमाटर को आम लोगों की थाली से तो दूर कर ही दिया है लेकिन अब लगता है कि जल्द ही ये आम दुकानों से भी बाहर हो जाएगा। ऐसा ही एक नजारा छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में देखने को मिला, जहां टमाटर की बिक्री सब्जी की दुकान और ठेलों को छोड़कर मिठाई की दुकान में की जा रही थी। बता दें कि छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में रसगुल्ला, गुलाब जामुन और लड्डू से भी ज्यादा भाव में टमाटर बिक रहा है। लिहाजा अब सब्जी बाजार से निकलकर टमाटर मिठाई दुकान में पहुंच गया है।
मिठाई के साथ काउंटर में सजाया टमाटर
दरअसल, छत्तीसगढ़ के कोरबा में मिठाई की दुकान चलाने वाले शाजी भाई ने अब अन्य मिठाइयों के साथ टमाटर की भी बिक्री शुरू कर दी है। इस मिठाई की दुकान की तस्वीरें भी सामने आई हैं जहां डीप फ्रीजर के अंदर बिक्री के लिए रखी गई बाकी मिठाईयों के साथ टमाटर भी रखा हुआ है। अब तक आपने सोशल मीडिया पर मजाक के रूप में देखा होगा कि टमाटर की कीमत इतनी बढ़ गई है कि अब सुनार या मिठाई की दुकानों में बिकेगा। लेकिन अब इसे कोरबा के मिठाई दुकान संचालक ने सच साबित कर दिया है।
शाजी भाई अच्छी कीमत पर बेचना चाह रहे टमाटर
बताया जा रहा है कि शहर के एचटीपीपी दर्री में मिठाई की दुकान चलाने वाले शाजी भाई अपनी दुकान में मिठाई की ढेरों वेराइटी अपने डीप फ्रीजर में रखकर बेचते हैं। अब जब टमाटर के दाम लड्डू और रसगुल्ला से भी ज्यादा होकर 200 रुपये किलो पर पहुंच गए हैं तो उन्होंने अपनी दुकान में टमाटर की भी बिक्री शुरू कर दी है। उन्होंने टमाटर को ट्रे में सजाकर मिठाइयों के बीच डीप फ्रीजर के अंदर रखा है। मिठाई की दुकान के संचालक शाजी भाई का इस संबंध में कहना है कि टमाटर को अन्य मिठाइयों के साथ डीप फ्रीजर में रखा है ताकि ये खराब न हो और उसकी बिक्री वह अच्छी कीमत पर कर सकें। वहीं आने वाले समय में कीमत और भी बढ़गी तो भी वे बीच की कीमत में ज्यादा लाभ कमाते हुए बाजार से भी कम भाव में टमाटर बेच सकेंगे।
200 रुपये किलो पर पहुंचा टमाटर का दाम
बता दें कि टमाटर का रेट जब 100 रुपये किलो तक पहुंचा था तो लोग किलो की जगह पाव में टमाटर खरीद रहे थे। लेकिन, अब जब यह 200 रुपये किलो के स्तर पर पहुंचा है तो लोग छटाक यानी 50 ग्राम या फिर 100 ग्राम तक टमाटर ले रहे हैं। वह भी तब जबकि किसी खास सब्जी में टमाटर डालने अलावा कोई विकल्प ही ना हो। बाकी लोग उसके दूसरे विकल्पों से ही काम चला रहे हैं।
(रिपोर्ट- सिकंदर खान)
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