रायपुर: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले फेज के दौरान नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र में वोटिंग टीमों को तैनात करने और उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए भारतीय वायु सेना के 8 MI-17 हेलीकॉप्टरों ने 6 दिनों में 404 उड़ानें भरीं। एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि बस्तर क्षेत्र में नक्सलियों के चुनाव बहिष्कार की घोषणा और कुछ नक्सली घटनाओं को छोड़कर आमतौर पर वोटिंग शांतिपूर्ण रही, जिसमें वायुसेना ने बड़ी भूमिका निभाई। बस्तर संभाग के 12 विधानसभा क्षेत्रों समेत 20 सीटों पर 7 नवंबर को मतदान हुआ और बाकी की 70 सीटों पर 17 नवंबर को वोटिंग होगी। पहले फेज में 78 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है।
छत्तीसगढ़ चुनाव आयोग ने किया ‘IAF को सलाम’
छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने शुक्रवार को 'X' पर बताया,'सभी चुनौतियों को पार करते हुए, भारतीय वायु सेना ने 8 MI-17 के साथ 404 उड़ानें भरी, 853 वोटिंग टीम के सदस्यों को 43 स्थानों से सुरक्षित रूप से पहुंचाया, जिससे कठिन वामपंथी प्रभावित क्षेत्र में एक सफल चुनावी प्रक्रिया संभव हो सकी। भारतीय वायु सेना को सलाम।' बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने बताया कि 7 नवंबर को हुए पहले फेज की वोटिंग के लिए 4 से 6 नवंबर तक बस्तर संभाग के 5 जिलों सुकमा, बीजापुर, कांकेर, दंतेवाड़ा और नारायणपुर के 156 मतदान केंद्रों के लिए वोटिंग टीम के 860 से ज्यादा सदस्यों को MI-17 हेलीकॉप्टर के माध्यम से भेजा गया था।
‘3 दिन के अंदर सभी को सुरक्षित वापस लाया गया’
सुंदरराज ने बताया कि वोटिंग खत्म होने के बाद क्रमबद्ध तरीके से अगले 3 दिनों में सभी पीठासीन अधिकारियों, EVM मशीन तथा मतदान दल के सभी सदस्यों को संबंधित डिस्ट्रिक्ट हेडक्वॉर्टर वापस लाया गया। यह प्रक्रिया 9 नवंबर को संपन्न हो गई। उन्होंने बताया कि मतदान कर्मियों को ठहराने के लिए संबंधित सुरक्षा शिविर और अन्य उचित स्थानों में सुरक्षित व्यवस्था प्रशासन, पुलिस और सुरक्षाबलों के अधिकारियों ने की थी। पुलिस महानिरीक्षक ने शांतिपूर्ण मतदान को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए इंडियन एयरफोर्स के प्रति आभार व्यक्त किया है।
2008 में एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर पर हुई गोलीबारी
नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र के बस्तर, दंतेवाड़ा और सुकमा जिलों में पूर्व में हेलीकॉप्टरों पर नक्सली गोलीबारी की कई घटनाएं हुई हैं। 2008 के विधानसभा चुनाव में, बीजापुर के पीडिया गांव से वोटिंग मशीनों और कर्मियों के साथ उड़ान भरने के तुरंत बाद नक्सलियों ने एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर पर गोलीबारी की थी। इस हमले में फ्लाइट इंजीनियर सार्जेंट मुस्तफा अली की मौत हो गई थी। हमले में हेलीकॉप्टर को क्षति पहुंचने के बावजूद कप्तान, स्क्वॉड्रन लीडर टी. के. चौधरी उड़ान भरने में सफल रहे थे।