रायपुर: राजनेताओं में विरोधी दल का होने के कारण दूरियां दिखनी आम बात है। मगर, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में सियासी सदाशयता नजर आई। शपथ ग्रहण तो भाजपा के मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री का था लेकिन इस समारोह में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तथा पूर्व उप-मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव भी पहुंचे। राजधानी के साइंस कॉलेज मैदान में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन था। इस समारोह में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के अलावा उपमुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा को राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने शपथ दिलाई।
भूपेश बघेल और सिंह देव ने दिखाया सियासी बड़प्पन
इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी मौजूद थे। इस आयोजन की सबसे अच्छी तस्वीर यह थी कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहली कतार में किनारे पर बैठे थे तो वहीं पूर्व उपमुख्यमंत्री सिंहदेव पिछली पंक्ति में बैठे नजर आए। यह तस्वीर सियासी तौर पर सुखद संदेश देने वाली है और छत्तीसगढ़ की राजनीति में आपसी समन्वय का खुलासा भी कर रही है। संभवत: कई वर्षों बाद ऐसा देखने मिला जब विरोधी दल के नेता भी शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे और मंच पर नजर आए।
मंच पर मिले PM मोदी और भूपेश बघेल
वहीं, आपको बता दें कि इस शपथ समारोह के ठीक पहले जब पीएम मोदी मंच पर पहुंचे तो वो नजारा भी देखने लायक था। पीएम मोदी ने जिस तरह छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल के पास पहुंचे जिसे देखकर मंच पर सभी मुख्यमंत्री और पूर्व सीएम रमन सिंह भी हैरान रह गए।
हाथ जोड़े खड़े थे बघेल, PM ने सीधे हाथ आगे बढ़ाया
छत्तीसगढ़ के राज्यपाल से हाथ मिलाकर बातचीत करते हुए जैसे ही पीएम मोदी आगे बढ़े वह सभी को नमस्ते करते हुए सीधे भूपेश बघेल के पास पहुंच गए। भूपेश बघेल मंच की पहली पंक्ति में सबसे अंतिम पर बैठे थे। उनसे पहले कई बीजेपी शासित राज्यों के सीएम खड़े थे। लेकिन पीएम मोदी सीधे ''क्या बघेल जी'' कहते हुए हाथ बढ़ाते हुए भूपेश बघेल की तरफ बढ़ गए। वहां लगे माइक में यह आवाज कैद हो गई। हैरान करने वाली बात यह रही कि भूपेश बघेल हाथ जोड़े खड़े थे और पीएम मोदी ने सीधा हाथ आगे बढ़ा दिया।
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