8 घंटे बाद चंद्रयान-3 चांद पर इतिहास लिखने जा रहा है। आज शाम जब घड़ी में 6 बजकर 4 मिनट हो रहे होंगे उस वक्त धरती से 3 लाख 84 हजार किलोमीटर दूर चंद्रमा की धरती पर वंदे मारतम की गूंज होगी। आज भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) वो करने जा रहा है जो जिसके बारे में आज तक केवल सोचा ही गया है। लेकिन इसरो आज इंसानी सोच को साकार करने जा रहा है। जैसे ही चंद्रयान-3 मिशन का लैंडर विक्रम चांद की धरती पर कदम रखेगा, भारत पूरी दुनिया के स्पेस पावर के लिए मिसाल बन जाएगा। चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग करने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन जाएगा।
चंद्रयान-3 पर छत्तीसगढ़ के CM ने क्या कहा?
वहीं, चंद्रयान-3 पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बड़ा बयान सामने आया है जहां उन्होंने मिशन को देश की बड़ी उपलब्धि बताया। साथ ही इसका क्रेडिट पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को दे डाला। सीएम बघेल ने कहा कि जो आधारशिला नेहरू जी ने रखी उसका आज पूरे विश्व में डंका बजा रहा है इसके लिए सभी वैज्ञानिकों को बधाई।
बघेल ने कहा, भारत आज जिस कामयाबी को दुनिया के पटल पर लिखने जा रहा है, उसकी पहली इबारत पंडित जवाहर लाल नेहरू ने उस वक्त लिखी थी, जब देश नई-नई आजादी की अंगड़ाई भर रहा था। उन्होंने कहा, ''यह देश के लिए तो बड़ी उप्लब्धि है, साथ-साथ हमारे वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत का नतीजा है। जो आधारशीला देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने रखी थी, आज उसी के बल पर हम अंतरिक्ष के क्षेत्र में भी सफलता का नया कीर्तिमान बनाने जा रहे हैं। इसके नींव का पत्थर तो नेहरू जी ने ही रखा था, जिस वजह से आज दुनिया में हमारा डंका बज रहा है। हमारे सभी वैज्ञानिकों को बधाई समेत अग्रिम शुभकामनाएं।''
ISRO की टीम पूरे देश की है- ममता बनर्जी
इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी चंद्रयान- 3 को लेकर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि चंद्रयान- 3 की कामयाबी पूरे देश को गर्व करने वाला विषय है। उन्होंने कहा कि इसरो की टीम पूरे भारत की है। उनकी कड़ी मेहनत देश की तरक्की को दिखाती है जो लोगों, वैज्ञानिकों और अर्थशास्त्रियों की वजह से आई है, न कि किसी पार्टी की वजह से।
ममता बनर्जी ने ट्वीट करते हुए लिखा, "इस मिशन में बंगाल समेत देशभर के वैज्ञानिकों ने काफी योगदान दिया है। मैं उन सभी के प्रयासों की सराहना करती हूं, जिन्होंने भारत के चंद्र अन्वेषण को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए कड़ी मेहनत की है। चंद्रयान-3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने के करीब है। हम सभी को एक साथ खड़े होकर इसकी सफल सॉफ्ट लैंडिंग के लिए जयकार करनी चाहिए।"
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