छत्तीसगढ़ में सत्तारूढ़ भाजपा के देवेंद्र प्रताप सिंह ने बुधवार को राज्य से राज्यसभा की एक सीट के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया। विधानसभा के अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ से राज्यसभा द्विवार्षिकी निर्वाचन के लिए बुधवार को देवेंद्र प्रताप सिंह ने विधानसभा सचिव एवं निर्वाचन अधिकारी दिनेश शर्मा के समक्ष अपना नामांकन पत्र प्रस्तुत किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, संसदीय कार्य मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, पार्टी के विधायक और बड़ी संख्या में पार्टी के पदाधिकारी मौजूद थे। अधिकारियों ने बताया कि राज्यसभा की एक सीट के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद 16 फरवरी को नामांकन पत्रों की संवीक्षा होगी। 20 फरवरी तक उम्मीदवार अपना नाम वापस ले सकेंगे।
27 फरवरी को मतदान
राज्यसभा सदस्य चुनने के लिए 27 फरवरी को मतदान होगा। भाजपा ने छत्तीसगढ़ से रिक्त होने वाली एकमात्र सीट के लिए सिंह को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। वह सरोज पांडेय की जगह लेंगे। पांडेय का कार्यकाल इस वर्ष दो अप्रैल को समाप्त हो रहा है। भाजपा उम्मीदवार सिंह पूर्ववर्ती गोंड आदिवासी शाही परिवार के वंशज और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के सक्रिय सदस्य हैं। वह रायगढ़ जिले के लैलूंगा से जिला पंचायत सदस्य हैं।
राजा चक्रधर सिंह के परपोते हैं देवेंद्र प्रताप
पार्टी के एक पदाधिकारी ने बताया कि सिंह रेल मंत्रालय की रेलवे हिंदी सलाहकार समिति के सदस्य भी हैं। छत्तीसगढ़ में राज्यसभा की पांच सीटें हैं, जिनमें से एकमात्र सीट भाजपा की राज्यसभा सदस्य पांडेय का कार्यकाल समाप्त होने की वजह से खाली हो रही है। चार अन्य राज्यसभा सदस्य कांग्रेस के केटीएस तुलसी, फूलोदेवी नेताम, रंजीत रंजन और राजीव शुक्ला हैं। भाजपा के नेताओं ने बताया कि संघ के सक्रिय सदस्य सिंह शास्त्रीय नृत्य और संगीत के संरक्षक दिवंगत राजा चक्रधर सिंह के परपोते हैं।
कहां से की पढ़ाई-लिखाई?
देवेंद्र प्रताप सिंह ने राजकुमार कॉलेज रायपुर और सेंट स्टीफन्स कॉलेज दिल्ली से पढ़ाई की है। इसके आलावा उन्होंने दिल्ली विश्व विद्यालय से इतिहास में पीजी किया है। वर्तमान में वह रुड़केला लैलूंगा में निवासरत हैं। देवेंद्र प्रताप सिंह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं धर्म जागरण मंच के विभिन्न दायित्व का निर्वहन किया है। वह रायगढ़ में आयोजित होने वाले चक्रधर समारोह की आयोजन समिति के सदस्य भी हैं।
भाजपा के 90 सदस्यीय राज्य विधानसभा में 54 विधायक हैं जबकि कांग्रेस के 35 विधायक हैं। विधानसभा में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का एक सदस्य है।
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