रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के बीच प्रवर्तन निदेशालय को बड़ी सफलता हाथ लगी है। ED ने चुनाव में इस्तेमाल करने के लिए संयुक्त राष्ट्र अमीरात (UAE) से भेजे गए करोड़ों रुपए बरामद किए हैं। जानकारी के अनुसार, जांच एजेंसी ने 4.92 करोड़ रुपए बरामद किए हैं। यह पैसा महादेव बैटिंग एप के एक प्रमोटर ने चुनाव में एक पार्टी की मदद एक लिए UAE से कूरियर किया था।
सरकारी कमर्चारियों की भूमिका भी आई सामने
ED ने बताया कि उन्होंने 3.12 करोड़ रुपए रायपुर के एक होटल की पार्किंग में खड़ी कार से बरामद किए। इसके साथ ही भिलाई में भी एक घर से भी UAE से भेजा गया 1.8 करोड़ रुपये कैश बरामद किया गया। वहीं जांच एजेंसी के हाथ महादेव एप के कुछ बेनामी बैंक एकाउंट की जानकारी भी हाथ लगी है। इन एकाउंट में 10 करोड़ रुपए जमा हैं। वहीं बताया जा रहा है कि इलेक्शन में इस्तेमाल होने वाले इस पैसे की डिलीवरी में कुछ सरकारी कर्मचारियों का भी रोल सामने आया है। इनकी पहचान हो गई है और जल्द ही कार्रवाई भी होगी।
महादेव बैटिंग एप स्कैम को लेकर बीजेपी है सरकार पर हमलावर
बता दें कि इन प्रदेश के विधानसभा चुनावों में महादेव बैटिंग एप एक बड़ा मुद्दा बन चुका है। बीजेपी आरोप लगाती है कि प्रदेश की भूपेश बघेल की सरकार की जानकरी में इस पूरे कांड को अंजाम दिया गया है। वहीं सीएम बघेल कहते हैं कि महादेव बैटिंग ऐप स्कैम के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा, यह उनकी सरकार थी जिसने 450 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर उनके लैपटॉप, गैजेट्स बगैरह जब्त किए। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने लुकआउट सर्कुलर भी जारी करवाया, लेकिन भारत के बाहर बैठे इस ऐप के मालिकों को पकड़ने की बजाय ED ने हमारे ओएसडी और राजनीतिक सलाहकार (विनोद वर्मा) के यहां छापे मारे, मिला कुछ नहीं।
राज्य सरकार महादेव एप को बंद नहीं कर सकती- भूपेश बघेल
उन्होंने कहा कि मैं ये कहता हूं कि महादेव ऐप के मालिकों के साथ भारतीय जनता पार्टी के कुछ टॉप लीडरों का कुछ लेनेदेन हुआ है। महादेव ऐप को बंद नहीं कर रहे हैं, क्योंकि राज्य सरकार बंद नहीं कर सकती, केवल केंद्र सरकार उसे बंद कर सकती है। जब लुक आउट सर्कुलर जारी हो गया तो उनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं हो रही है? इसका जवाब दें, और अगर नहीं कर रहे हैं, तो इसका मतलब है आपके उनके बीच कुछ सांठगांठ हुई है, कुछ लेनदेन हुआ है। वो तो देश के बाहर रहते हैं, मेरा प्रोटेक्शन कैसे हो सकता है?