छत्तीसगढ़ में महज कुछ महीनो में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, इससे पहले राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव बलरामपुर जिले के सामरी विधानसभा क्षेत्र में भेंट मुलाकात कार्यक्रम के जरिए पार्टी कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों से मिलने पहुंचे थे। यहां उन्होंने मंच से सार्वजनिक रूप से अपने ऊपर लगाए गए आरोपों पर खुलकर कहा कि समझौता नहीं किया जाएगा। टीएस सिंहदेव का इशारा साफ तौर से रामानुजगंज विधायक बृहस्पति सिंह पर था।
विधायक ने लगाया था जानलेवा हमला करने का आरोप
बता दें कि 25 जुलाई को अंबिकापुर में रामानुजगंज विधानसभा के विधायक बृहस्पति सिंह के काफिले के साथ आए वाहन में तोड़फोड़ हुई थी। इस घटना को लकर बृहस्पति सिंह ने दावा किया था यह हमला टीएस सिंहदेव के इशारे पर हुआ है। बृहस्पति सिंह ने आरोप लगाया था कि मेरी जान को खतरा है। मेरे ऊपर हुए हमले के पीछे मंत्री टीएस सिंहदेव हैं। वे महाराजा हैं और यदि सिंहदेव मुख्यमंत्री बनते हैं तो वे मेरी हत्या करा सकते हैं। मामला विधानसभा पहुंचा तो सिंहदेव ने आरोपों पर घोर नाराजगी जताई थी। विधानसभा में बृहस्पति सिंह ने आरोपों को लेकर माफी मांग ली थी।
अब टीएस सिंहदेव ने बलरामपुर के सामरी विधानसभा क्षेत्र में पार्टी कार्यकर्ताओं और आम जनों के बीच खुलकर सार्वजनिक मंच से अपने दिल की बात कही है। उनके बयान की काफी चर्चा हो रही है। राजनीतिक गलियारों में टीएस सिंहदेव के बयान के मायने निकाले जा रहे हैं।
उप मुख्यमंत्री ने क्या कहा?
टीएस सिंहदेव ने कहा, ''मुझे जितनी गाली देना है दीजिए, लेकिन महाराज-महारानी साहब को सार्वजनिक मंच से कोई कुछ भी बोलेगा तो समझौता नहीं हो सकता। घर में जो बोलना है बोलिए, लेकिन मंच से दो लोगों के बारे में कुछ भी बोलेंगे तो मेरे तरफ से समझौता नहीं होगा।'' आगे उन्होंने कहा, ''छत्तीसगढ़ में ऐसी घटना घटी है जिसमें सीमा पार करके किसी ने मेरे ऊपर आरोप लगाया। जान के खतरे का आरोप लगाया वहां पर समझौता नहीं हो सकता। आगे क्या होगा वो पार्टी जानें लेकिन मेरे तरफ से वहां समझौता नहीं हो सकता।''
(रिपोर्ट- सिकंदर खान)
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