रायपुर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को बस्तर क्षेत्र के कांकेर जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। राज्य में चुनाव की घोषणा के बाद छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री मोदी की यह पहली चुनावी रैली है। बीजेपी के पदाधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी बृहस्पतिवार को कांकेर जिले में एक सभा को संबोधित करेंगे। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री बृहस्पतिवार को अपराह्न 1:55 बजे भारतीय वायुसेना के विमान से रायपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे और हेलीकॉप्टर से कांकेर रवाना होंगे। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री की रैली दोपहर बाद तीन बजे कांकेर शहर में होगी।
सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कार्यक्रम स्थल को व्यापक सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है। कांकेर राजधानी रायपुर से करीब 150 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। प्रधानमंत्री की रैली को देखते हुए यहां सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। कार्यक्रम की सुरक्षा में राज्य पुलिस, पैरामिलिट्री फोर्स के अलावा विशेष सुरक्षा दल (एसपीजी) के जवानों को तैनात किया गया है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा भी बृहस्पतिवार को राज्य के राजनांदगांव और मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिलों में चुनाव प्रचार करेंगे।
पिछले चुनाव में बीजेपी को मिली करारी शिकस्त
छत्तीसगढ़ में रमन सिंह के नेतृत्व में 15 वर्ष (2003-2018) तक सत्ता में रहने के बाद बीजेपी को 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से हार का सामना करना पड़ा था। बीजेपी अब राज्य की सत्ता में वापसी की कोशिश कर रही है। नब्बे सदस्यीय राज्य विधानसभा के लिए सात और 17 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा। नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के सात जिलों तथा राजनांदगांव, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी, कबीरधाम और खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिलों की 20 सीटों में पहले चरण में तथा शेष 70 सीटों पर दूसरे चरण में मतदान होगा। वोटों की गिनती तीन दिसंबर को होगी।
प्रधानमंत्री मोदी नहीं चाहते कि सत्ता गरीबों के हाथ में जाए - खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नहीं चाहते कि सत्ता गरीबों के हाथ में जाये। छत्तीसगढ़ के सुकमा शहर में एक रैली को संबोधित करते हुए खरगे ने कहा कि कांग्रेस हमेशा आदिवासियों की "जल-जंगल-जमीन" की रक्षा की लड़ाई में उनके साथ खड़ी है। आदिवासी बहुल और नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में एकमात्र विधानसभा क्षेत्र कोंटा है। यह उन 20 सीटों में से एक है जहां पहले चरण में सात नवंबर को मतदान होगा। पांच बार कांग्रेस से विधायक रहे कवासी लखमा इस सीट से लगातार छठवीं बार चुनाव लड़ रहे हैं। खरगे ने कहा, ''प्रधानमंत्री मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) हमेशा कहती है कि उन्होंने आदिवासी को राष्ट्रपति बनाया। लेकिन आदिवासी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नए संसद भवन के उद्घाटन में नहीं बुलाया। उसका शिलान्यास हुआ तब तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को नहीं बुलाया क्योंकि वह अछूत थे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को उद्घाटन के समय नहीं बुलाया क्योंकि वह आदिवासी हैं। वह उनके हाथ से उद्घाटन करना नहीं चाहते थे।'' उन्होंने कहा, ''वह (भाजपा के नेता) कहते हैं कि उन्होंने आदिवासी को राष्ट्रपति बनाया लेकिन उन्हें कोई भी इमारत का शिलान्यास करने का मौका नहीं मिला।' खरगे ने कहा, ''प्रधानमंत्री मोदी नहीं चाहते कि सत्ता गरीबों के हाथ में जाए।'' (इनपुट-भाषा)