छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शराब उपभोक्ताओं के लिए एक नया ‘मोबाइल एप्लीकेशन’ शुरू किया गया है। इस नए एप्लीकेशन के शुरू होने के बाद सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है। एक अधिकारी ने यहां बताया कि राज्य के आबकारी विभाग ने बुधवार (23 नवंबर) को 'मनपसंद' नाम से अपना ‘ऐप’ शुरू किया है। इसके जरिए ग्राहक शराब की उपलब्धता, दुकानों, ब्रांडों और कीमत से जुड़ी जानकारी हासिल कर सकेंगे।
ऐसे काम करता है ऐप
अधिकारी ने बताया कि यदि किसी शराब दुकान में कोई खास ब्रांड की शराब उपलब्ध नहीं है तब ‘ऐप’ के माध्यम से ग्राहक शराब की दुकान में अपने पसंदीदा ब्रांड की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए विभाग को सूचित भी कर सकते हैं। अधिकारी ने कहा कि इस ‘ऐप’ के माध्यम से दुकानों से जुड़ी शिकायतें भी विभाग में दर्ज कराई जा सकती हैं।
पूर्व सीएम बघेल ने साधा निशाना
इस तरह के ऐप जारी होने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बघेल ने सरकार के इस कदम की आलोचना की और 'एक्स' पर लिखा, 'भाजपा कह रही है कि हम “बढ़िया से बढ़िया” शराब लोगों को पिलाएंगे।‘स्कूल बंद स्कॉच शुरू’ योजना के अंतर्गत भाजपा का अब नया नारा है: हमने बनाया है, हम ही पिलाएंगे। 'राज्य में पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा का नारा था ‘हमने बनाया है हम ही सवारेंगे।’
बीजेपी विधायक का शेयर किया वीडियो
पूर्व सीएम बघेल ने इस दौरान वरिष्ठ भाजपा नेता और विधायक अजय चंद्राकर का एक वीडियो भी साझा किया, जिसमें उन्हें ‘एप्लीकेशन’ पर यह कहते हुए सुना जा सकता है, 'बढ़िया है, लोग नकली माल से बचेंगे। असली माल पिएंगे। शराबबंदी कभी हमारा मुद्दा रहा नहीं।'
बीजेपी विधायक ने कहा- एडिटेड है वीडियो
बाद में चंद्राकर ने बघेल की पोस्ट पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और उन पर अपनी राजनीति चमकाने के लिए उनके (चंद्राकर) एडिटेड वीडियो का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। चंद्राकर ने ‘एक्स ’ पर पोस्ट किया, 'मैं सोचता था कि भूपेश बघेल मर्दों जैसी राजनीति करते हैं। अगर उनमें थोड़ी भी नैतिकता है, तो उन्हें मेरा पूरा वीडियो पोस्ट करना चाहिए। एक साल में ही भूपेश बघेल इतने मुद्दाविहीन हो गए हैं कि उन्हें अपनी नेतागिरी चमकाने के लिए संपादित वीडियो का सहारा लेना पड़ रहा है। चुनौती स्वीकार करें और मर्द की तरह राजनीति करें। ' उन्होंने कुछ अशोभनीय बात भी कही।
शराबबंदी पर 'गंगाजल' की कसम का झूठ
इसके बाद बघेल ने ‘एक्स’ पर लिखा, 'अजय चंद्राकर जी की चाहत है कि उनका पूरा बयान भी पोस्ट किया जाए। उनकी चाहत उनकी अपनी पार्टी तो पूरी कर नहीं रही है, इसलिए हम पूरा कर देते हैं। वैसे, शराबबंदी पर 'गंगाजल' की कसम का झूठ आपने फिर बोला है, इससे बचना चाहिए, वरना लोग आपको भी 'मोदी' कहने लगेंगे।'
बीजेपी विधायक को इस तरह के बयान से बचना चाहिए- कांग्रेस
वीडियो में चंद्राकर को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि यह कांग्रेस ही थी जिसने (2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान) हाथ पर गंगाजल लेकर शराबबंदी का वादा किया था। चंद्राकर की कुछ अशोभनीय टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, 'विष्णु देव साय सरकार में मंत्री पद नहीं मिलने के बाद चंद्राकर अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं।' शुक्ला ने कहा कि चंद्राकर एक वरिष्ठ राजनेता हैं, उन्हें इस तरह के बयान देने से बचना चाहिए।
भाषा के इनपुट के साथ