छ्त्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों ने बड़ा हमला किया है जिसमें सीआरपीएफ के 15 जवान घायल हैं और तीन जवानों के शहीद होने की खबर है। जानकारी के मुताबिक नक्सलियों ने टेकुलगुडम कैम्प पर हमला किया है। हमले में घायल जवानों को चॉपर से जगदलपुर रेफर किया गया है। कोबरा बटालियन और DRG के जवानों के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ अब भी जारी है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को छत्तीसगढ़ के सुकमा और बीजापुर जिलों की सीमा पर माओवादियों के साथ मुठभेड़ में अर्धसैनिक बलों के तीन जवान मारे गए और 15 अन्य घायल हो गए हैं।
पुलिस ने कहा कि घायल कर्मियों की सही संख्या का अभी पता नहीं चल पाया है और बचाव अभियान जारी है। बस्तर पुलिस ने एक बयान में कहा कि यह घटना टेकलगुडेम गांव के पास उस समय हुई जब सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम तलाशी अभियान पर निकली थी।
नक्सलियों से मुठभेड़ में घायल हुए सुरक्षाकर्मियों पर छत्तीसगढ़ के डीजीपी अशोक जुनेजा का कहना है, "...नक्सलियों की ओर से फायरिंग हुई थी. हमारे जवानों ने जवाबी कार्रवाई की...वीडियो फुटेज हैं जिसमें नक्सली उठा रहे हैं अपने लोगों के शव... कुल 15 सैनिक घायल हुए हैं और 3 की जान चली गई है...''
पुलिस ने दी जानकारी
पुलिस महानिरीक्षक, सुंदरराज पी ने कहा, “सोमवार को, माओवादियों के गढ़ टेकलगुडेम में सुरक्षा कर्मियों का एक नया शिविर स्थापित किया गया था। शिविर स्थापित करने के बाद, स्पेशल टास्क फोर्स, डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड और कमांडो बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन (कोबरा- सीआरपीएफ की एक जंगल युद्ध इकाई) के जवान पास के जोनागुडा-अलीगुडा गांवों में तलाशी ले रहे थे, तभी माओवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी और मुठभेड़ शुरू हो गई।"
उन्होंने बताया कि घायल जवानों को जंगल से बाहर निकाला जा रहा है। आईजी ने कहा, ''हम मुठभेड़ के बारे में अधिक जानकारी का इंतजार कर रहे हैं।''
मामले से वाकिफ अधिकारियों के मुताबिक, 2023 में एक महीने में सबसे ज्यादा माओवादी दिसंबर में गिरफ्तार हुए थे जब सुरक्षा बलों ने 59 माओवादियों को गिरफ्तार किया था और इससे पहले जुलाई में 15 माओवादियों को गिरफ्तार किया गया था. जुलाई और दिसंबर 2023 के बीच कुल मिलाकर 173 माओवादियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि 12 सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए।
(सिकंदर खान की रिपोर्ट)