छत्तीसगढ़ में 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव के लिए डेट जारी हो गई है। यहां दो फेज में 7 और 17 नवंबर को वोटिंग होगी। कांग्रेस ने अब तक 30 सीटों के लिए अपने प्रत्याशियों का ऐलान किया है। इस बीच, राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में "फूट डालो और राज करो" की योजना नहीं चलेगी। रायपुर के स्वामी विवेकानंद विमानतल पर कल शाम संवाददाताओं से बातचीत के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी के पास राज्य में उठाने के लिए कोई मुद्दा नहीं बचा है।
"बिरनपुर की घटना में कार्रवाई की गई"
इससे पहले, राजनांदगांव में कल एक रैली के दौरान केंद्रीय मंत्री शाह ने अप्रैल में बेमेतरा जिले के बिरनपुर गांव में हुई सांप्रदायिक हिंसा को लेकर भूपेश बघेल सरकार पर हमला बोला था और कहा था कि यदि कांग्रेस छत्तीसगढ़ में सत्ता में लौटती है तो वोट बैंक के लिए वह "तुष्टिकरण" की राजनीति करना जारी रखेगी। अमित शाह के बयान के बारे में पूछे जाने पर भूपेश बघेल ने कहा, "बिरनपुर की घटना में कार्रवाई की गई और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने अदालत में आरोप पत्र भी दाखिल कर दिया है और सरकार की ओर से पीड़ित के लिए मुआवजे की घोषणा की गई है। बीजेपी पास उठाने के लिए कोई मुद्दा नहीं बचा है। बीजेपी वाले केवल उन्हीं चीजों पर बोलेंगे जिनमें उन्होंने पीएचडी की है।"
भ्रष्टाचार को लेकर शाह के बयान पर हमला
राज्य में बीजेपी के सत्ता में आने पर कांग्रेस शासन में "भ्रष्टाचार" करने वालों को "उल्टा लटकाने" के शाह के बयान के बारे में पूछे जाने पर बघेल ने कहा, "वह इसके अलावा क्या कर सकते हैं। वह एक चुनी हुई सरकार को धमकी दे रहे हैं। उन्होंने इन सभी चीजों में पीएचडी की है। यह छत्तीसगढ़ है जहां आदि संस्कृति को मानने वाले आदिवासी रहते हैं। यहां कबीर और गुरु घासीदास के अनुयायी रहते हैं। यहां के लोग प्रेम और भाईचारे की भाषा समझते हैं। फूट डालो और राज करो की योजना यहां काम नहीं करेगी।" बघेल ने आरोप लगाया, "अमित शाह जी लोगों को डराकर छत्तीसगढ़ को अडाणी को सौंपना चाहते हैं। वह राज्य को अडाणी को सौंपने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वह इसमें सफल नहीं होंगे।"
- PTI इनपुट के साथ