रायपुर: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और पड़ोसी राज्यों के मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों के साथ अंतर-राज्यीय समन्वय बैठक में भाग लिया। बैठक के बारे में अधिकारियों ने बताया कि इसमें 7 राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी भाग ले रहे हैं। नवा रायपुर के एक होटल में हो रही इस बैठक के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अंतरराज्यीय समन्वय और वामपंथी उग्रवाद की स्थिति की समीक्षा की गई। बैठक के बाद शाह ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि वामपंथी उग्रवाद की समस्या पर एक मजबूत रणनीति के साथ अंतिम प्रहार किया जाए।
‘संयुक्त टास्क फोर्स के हमें बहुत अच्छे परिणाम मिले हैं’
बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में शाह ने कहा, 'नक्सल प्रभावित जिलों में भारत सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार की सभी योजनाओं का 100% क्रियान्वयन हो, ऐसे क्षेत्रों में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की प्रगति हो और ऐसी परियोजनाओं के दौरान आने वाली चुनौतियों को दूर किया जा सके, इसके लिए यह बैठक आयोजित की गई थी। अब समय आ गया है कि वामपंथी उग्रवाद की समस्या पर एक मजबूत रणनीति के साथ अंतिम प्रहार किया जाए। कहीं 3 राज्यों का तो कहीं 2 राज्यों का संयुक्त टास्क फोर्स बनाया गया है, जहां जैसा जंक्शन है वह बनाया गया है, सूचनाओं के आदान-प्रदान का खाका मजबूत किया गया है और संयुक्त टास्क फोर्स के हमें बहुत अच्छे परिणाम मिले हैं।’
‘तेंदूपत्ता की खरीदी में हम अमूलचूल परिवर्तन भी करेंगे’
शाह ने कहा, 'आज की बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने कुछ फैसले भी लिए हैं, जो लोग वामपंथी उग्रवाद के लंबे समय के प्रभाव के कारण निरक्षर रहे हैं चाहे उनकी उम्र कुछ भी हो, उन्हें साक्षर बनाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार और भारत सरकार का गृह मंत्रालय एक अभियान चलाएगा। तेंदूपत्ता की खरीदी में हम अमूलचूल परिवर्तन भी करेंगे।' बता दें कि इस अहम बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र के मुख्य सचिव तथा DGP और केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
शुक्रवार की रात छत्तीसगढ़ पहुंचे थे अमित शाह
बता दें कि छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र, इन सभी 7 राज्यों में खासकर अंतरराज्यीय सीमाओं पर नक्सलियों की उपस्थिति है। छत्तीसगढ़ पिछले 3 दशकों से इस समस्या से जूझ रहा है। शाह शुक्रवार रात 3 दिवसीय दौरे पर यहां पहुंचे। आज सुबह उन्होंने यहां से करीब 40 किलोमीटर दूर चंपारण्य में महाप्रभु वल्लभाचार्य आश्रम का दौरा किया और वहां पूजा-अर्चना की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के केंद्र में लगातार तीसरी बार चुने जाने के बाद शाह का यह राज्य का पहला दौरा है। पिछले साल विधानसभा चुनाव में BJP के सत्ता में आने के बाद से छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान तेज हो गए हैं। इस वर्ष अब तक राज्य में अलग-अलग मुठभेड़ों में सुरक्षा बलों ने 142 नक्सलियों को मार गिराया है।