छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कांकेर जिले में दो महिला नक्सलियों समेत चार नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि चार नक्सलियों सुरजन्ना उर्फ सीताय कोर्राम (28), नरेश उर्फ लक्कु पुनेम (26), सागर उर्फ गंगा दिड़दो (25) और अंजू उर्फ सरिता शोरी (26) ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। उन्होंने बताया कि नक्सली सुरजन्ना और नरेश पर पांच-पांच लाख रुपए तथा सागर और अंजू पर एक-एक लाख रुपए का इनाम है।
अधिकारियों ने बताया कि नक्सलियों ने राज्य शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर तथा नक्सलियों की खोखली विचारधारा, शोषण और हिंसा से तंग आकर आत्मसमर्पण करने का फैसला किया। उन्होंने बताया कि सुरजन्ना के खिलाफ वर्ष 2010 में नारायणपुर जिले के धौड़ाई थाना क्षेत्र में पुलिस दल पर हमले की घटना में शामिल होने का आरोप है। इस घटना में 27 जवान शहीद हुए थे। अधिकारियों ने अन्य नक्सलियों के खिलाफ पुलिस दल पर हमला, बारूदी सुरंग में विस्फोट और आम नागरिकों की हत्या की घटना में शामिल होने का आरोप है। उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने पर नक्सलियों को 25-25 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई है और राज्य सरकार की पुनर्वास नीति के तहत उनकी मदद की जाएगी।
बीजापुर में माओवादियों ने दो ग्रामीणों को फांसी पर लटकाया
बीजापुर में नक्सलियों ने कथित तौर पर दो ग्रामीणों की फंदे से लटकाकर हत्या कर दी। बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार नक्सलियों ने मंगलवार को मिरतुर पुलिस थाना क्षेत्र के जप्पेमरका गांव से एक स्कूली छात्र सहित तीन ग्रामीणों का अपहरण कर लिया था। उन्होंने बताया कि बाद में नक्सलियों ने जनअदालत लगाकर उनमें से दो को पेड़ पर फांसी से लटका दिया। उन्होंने स्कूली छात्र को छोड़ दिया।
मुखबिर होने का आरोप
अधिकारी ने बताया कि मृतकों की पहचान माडवी सुजा और पोडियाम कोसा के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि माओवादियों की भैरमगढ़ क्षेत्र समिति ने हत्या की जिम्मेदारी ली है और दावा किया है कि दोनों पुलिस मुखबिर के रूप में काम कर रहे थे। सुंदरराज ने बताया कि बृहस्पतिवार को घटना की जानकारी मिलने के तत्काल बाद पुलिस दल को मौके पर भेजा गया है। घटना के बारे में विस्तृत जानकारी अभी नहीं मिल पाई है। (इनपुट- पीटीआई भाषा)