वाशिंगटन: विश्व बैंक की एक रिपोर्ट कहती है कि भारत में महिलाओं को खनन क्षेत्र में या उन नौकरियों में काम नहीं करने दिया जाता है जहां एक निश्चित सीमा से अधिक वजन उठाना पड़ता है। आज जारी विश्व बैंक की वूमेन, बिजनस एंड द लॉ, 2016 शीर्षक की रिपोर्ट में कहा गया है, 61.2 करोड़ महिलाओं वाले इस क्षेत्र की सबसे बड़ी अर्थव्यस्था भारत में व्यापक कार्य प्रतिबंध हैं, महिलाओं को खनन क्षेत्र में या उन क्षेत्र में जहां एक निश्चित सीमा से अधिक वजन उठाना पड़ता है या सीसा के क्षेत्र में काम नहीं करने दिया जाता है। इसमें कहा गया है, कानून भी महिलाओं को जान जोखिम में डालने वाले, स्वास्थ्य के लिए खतरे वाले या नैतिक वजहों वाले काम से रोकता है।
ट्विटर देगा महिलाओं को नौकरियों की भरमार
माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने साल 2016 में जनता के लिए अपने विविधता लक्ष्यों को तय कर घोषणा की है कि वह लैंगिक अंतर को पाटने के लिए विभिन्न स्तरों पर अधिक महिलाओं को नौकरी देगा। एक ट्विटर ब्लॉग पर विविधता लक्ष्यों की सूची को साझा किया गया। इस सूची के अनुसार पूरी विस्तृत श्रेणी में महिलाओं के प्रतिनिधित्व को 35 प्रतिशत तक बढ़ाया जाएगा। ट्विटर के वर्तमान में विश्व स्तर पर 4,100 कर्मचारी हैं और उसकी तकनीकी नौकरियों में महिलाओं को रख कर इसे 16 प्रतिशत बढ़ाने की योजना है।
एक ब्लॉग पोस्ट में ट्विटर की विविधता और समावेश की उपाध्यक्ष जेनेट वॉन ह्युसे ने लिखा कि इस बात को परिभाषित करना जरूरी है कि इन बदलावों से आज से लेकर एक साल में क्या परिणाम आएगा। उन्होंने आगे लिखा, 'हम कंपनी के विभिन्न स्तरों पर आंतरिक विविधता लक्ष्यों की दिशा में काम कर रहे हैं और इस बात को बताते हुए मुझे खुशी हो रही है कि हम कंपनी के व्यापक विविधता लक्ष्यों को स्थापित कर रहे हैं और हम उन्हें सार्वजनिक रूप से साझा कर रहे हैं।'
जेनेट ने कहा कि इसीलिए यह नए लक्ष्य पूरी कंपनी में महिलाओं तथा अल्पसंख्यकों के समग्र प्रतिनिधित्व को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। उन्होंने पोस्ट किया, 'हम उन लक्ष्यों के लिए खुद को जवाबदेह ठहरा रहे हैं।'