बर्लिन: जांचकर्ताओं ने गुरुवार को जर्मन वाहन निर्माता कंपनी फोक्सवैगन के वोल्फ्सबर्ग स्थित मुख्यालय तथा अन्य कार्यालयों पर छापा मारा। यह जानकारी जर्मनी के लोक अभियोजन कार्यालय ने दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, अभियोजन कार्यालय ने अपने बयान में कहा, "जांचकर्ताओं ने दस्तावेजों और आंकड़ों के लिए कार्यालय की तलाशी ली, ताकि डीजल वाहनों में उत्सर्जन हेराफेरी की पूरी प्रक्रिया की जानकारी ली जा सके।"
बयान के मुताबिक, तलाशी तीन अभियोजकों ने लोअर सैक्सोनी प्रांत के अपराध जांच कार्यालय की मदद से ली। अभियोजकों ने नागरिकों से कई शिकायतें मिलने के बाद सितंबर के आखिर में कंपनी के उत्सर्जन हेराफेरी की जांच शुरू की है।
फोक्सवैगन पर आरोप है कि उसने अपनी डीजल कारों में उत्सर्जन को धोखा देने वाले सॉफ्टवेयर, जिसे अमेरिकी पर्यावरण एजेंसी डिफीट डिवाइस कहती है, लगाया है। इस हेराफेरी से दुनिया भर की 1.1 करोड़ कारें प्रभावित हुई हैं। इसके कारण कंपनी ने विभिन्न प्रकार के जुर्माना भरने के लिए 18 अरब डॉलर अलग कर दिया है, जिससे दुनिया भर में कंपनी की निवेश योजना प्रभावित हुई है।
जर्मनी के आर्थिक मंत्री सिगमर गैब्रिएल ने गुरुवार सुबह कंपनी को चेतावनी देते हुए कहा था कि फोक्सवैन को जिम्मेदार लोगों के नाम बताने चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रबंधकों के आपराधिक कारनामों की कीमत सामान्य कर्मचारी को न चुकानी पड़े।
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