बेंगलुरू: भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनी, इंफोसिस लिमिटेड और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसिस लिमिटेड (TCS) ने मंगलवार को कहा कि अमेरिकी श्रम विभाग ने उन्हें वीसा नियमों का उल्लंघन करने का दोषी नहीं पाया है। इंफोसिस ने यहां एक बयान जारी कर कहा, "अमेरिका के श्रम विभाग ने अपनी जांच पूरी कर ली है। उसने साउदर्न कैलीफोर्निया एडीसन परियोजना में दाखिल किए गए आवेदनों में नियमों का उल्लंघन नहीं पाया है।" इसी प्रकार TCS ने भी कहा कि समय-समय पर अमेरिकी श्रम विभाग द्वारा की गई जांच में उसे हमेशा नियमों का पालन करने वाला पाया गया।
TCS के प्रवक्ता ने मुंबई से कहा, "हम नियमों का सख्ती से पालन करने को सर्वाधिक महत्व देते हैं और सभी नियामकीय अनिवार्यताओं तथा वीसा कानूनों का पालन करते हैं।" अमेरिकी विभाग ने कुल 145 दस्तावेजों की जांच की और इंफोसिस और TCS द्वारा किसी तरह का उल्लंघन नहीं पाया। एच-1बी वीजा के तहत विदेशी नागरिकों को अमेरिका में अधिकतम छह साल के लिए काम करने की सुविधा दी जाती है। यह वीजा विदेशी कंपनियों को दी जाती है, ताकि वे कंपनियां अमेरिका में अपने दक्ष कर्मचारियों को ग्राहकों की परियोजना स्थल पर काम करने के लिए भेज सकें।
दोनों आईटी कंपनियों के सैकड़ों कर्मचारी अमेरिका में एच-1बी और एल-1(अस्थायी) वीजा पर काम कर रहे हैं।