नई दिल्ली: स्विटजरलैंड ने भारत से आम आयात पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने की घोषणा की है। एपीडा (एग्रीकल्चरल एंड प्रोसेस्ड फूड प्रॉडक्ट्स एक्सपोर्ट अथॉरिटी) के एक अधिकारी के मुताबिक, 'यह प्रतिबंध पिछले सीजन के आखिर तक था जिसे इस सीजन में आम निर्यात शुरू होने के साथ ही हटा लिया गया है।
स्विटजरलैंड भारत से जो आम आयात करता है वो भारत के कूल आम निर्यात के बाजार का बहुत छोटा हिस्सा है। प्रतिबंध हटाया जाना भारत के आम निर्यातकों के लिए राहतपूर्ण है क्योंकि इससे यूरोप के अन्य देशों में आम निर्यात करने का रास्ता खुलेगा।
भारतीय आमों में कीड़े और कीटनाश के अंश पाए जाने के कारण स्विटजरलैंड ने भारतीय आम पर प्रतिबंध लगा दिया था। भारत यूरोप के प्रमुख देशों और ब्रिटेन को अलफांसो और दशहरी जैसी आमों का बड़े पैमाने पर निर्यात करता है।
सूत्रों के मुताबिक स्विटजरलैंड ने भारत के आमों पर इसलिए प्रतिबंध लगाया था कि भारत ने भी पिछले साल स्विटजरलैंड से आयात किए जानेवाले चॉकलेट और दूसरे कन्फेक्शनरी उत्पादों पर प्रतिबंध लगा दिया था। हाल ही में मॉरिशस ने भी भारतीय आमों के आयात पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया है।
एसोचैम के मुताबिक बेमौसम बारिश के कारण इस साल आम का उत्पादन 35-40 फीसदी तक घट सकता है। देश में आम उत्पादन में उत्तर प्रदेश की सबसे ज्यादा 23 फीसदी हिस्सेदारी है। इसके बाद आंध्र प्रदेश की 15 फीसदी, कर्नाटक की 9.5 फीसदी, तेलंगाना की 9 फीसदी और बिहार की 7 फीसदी हिस्सेदारी है। हालांकि, उत्तर प्रदेश में आम का उत्पादन साल दर साल 2 फीसदी घट रहा है। 2012-13 में यहां 44 लाख टन और 2013-14 में 43 लाख टन आम का उत्पादन हुआ था।
उत्तर प्रदेश में लखनऊ, प्रतापगढ़, इलाहाबाद, बुलंदशहर, सहारनपुर, फैजाबाद, वाराणसी, मुरादाबाद, बाराबंकी, मेरठ, उन्नाव, सीतापुर, हरदोई, गोरखपुर, बस्ती, जेपी नगर और मथुरा प्रमुख आम उत्पादक क्षेत्र हैं। यहां चौसा, दशहरी, फाजली, गुलाबखास, लंगड़ा, मल्लिका और आम्रपाली वैरायटी के आमों की पैदावार होती है।