बर्न: भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विदेश से काला धन लाने की मुहिम के बीच अब स्विट्जरलैंड ने भी देश में आने वाली मुद्राओं को लेकर स्विस बैंकों पर भी सख्त पड़ताल के लिए कुछ जरुरी नियमों की घोषणा की है।
प्रस्तावित नियमों के मुताबिक बैंकों को ऐसे मामलों में जहां ग्राहक आवश्यक कर अनुपालन प्रमाण उपलब्ध कराने में असफल रहते हैं, अपने मौजूदा ग्राहकों के साथ संबंध खत्म करने होंगे। जांच-पड़ताल के नए नियम बैंकों एवं अन्य वित्तीय संस्थानों के लिए अनिवार्य किए जा रहे हैं।
इसका उद्देश्य स्विट्जरलैंड को 'कर अनुपालन वाला वित्तीय केंद्र' बनाना है। स्विट्जरलैंड ने आज कहा कि भविष्य में बैंकों एवं अन्य वित्तीय संस्थानों को धन स्वीकारते समय व्यापक पड़ताल करने के नियमों का अनिवार्य रुप से पालन करना होगा, जिससे देश में अवैध धन आने से रोका जा सके। स्विट्जरलैंड को लंबे समय से कर चोरी के पनाहगाह के तौर पर देखा जाता रहा है, लेकिन अब वह अपनी बैंकिंग गोपनीयता से पर्दा उठाने सहित अन्य प्रयास कर रहा है।