नई दिल्ली: सोशल नेटवर्किंग साइट्स फैसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर टीनएजर्स खूब समय बिताते है। टेक-सेवी और गैजेट प्रेमी युवाओं में सोशल साइट्स का नशा इस कदर हावी रहता है कि पूछिए मत। एक स्टडी से पता चला है कि सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर ज्यादा समय व्यतीत करने से दिमाग पर गहरा असर पड़ता है।
एक स्टडी से साफ हुआ है कि फेसबुक के ज्यादा इस्तेमाल से ही युवाओं के बीच खुदकुशी जैसे विचार बढ़ते है और मानसिक परेशानियां भी जन्म लेती है जिससे मानसिक स्थिति प्रभावित होती है।
अध्ययनकर्ताओं का मानना है कि इस स्टडी के जरिए पैरेंट्स को अच्छा संदेश मिल रहा है। उनके मुताबिक स्टडी के नतीजे मेंटल हेल्थ सपोर्ट सर्विसेज को भी आगाह करते हैं। उन्हें इन वेबसाइट्स को ध्यान में रखना होगा।
कनाडा में ओटावा पब्लिक हेल्थ के ह्यूग्यूस सांपसा-कयिंगा और रोजमंड लुईस ने 7वीं से 12वीं क्लास के स्टूडेंट्स के डेटा को स्टडी किया। यह डेटा ओंटेरियो स्टूडेंट ड्रग यूज ऐंड हेल्थ सर्वे ने जुटाया था।
इस सर्वे में लगभग 25 पर्सेंट छात्रों को दो घंटे से ज्यादा सोशल नेटवर्किंग साइट्स प्रयोग करने का आदी पाया गया।