नई दिल्ली: सरकार ने नकली नोटों की समस्या से निपटने के लिए करेंसी नोटों में सात नए सुरक्षा उपायों को शामिल करने को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना पर अगले साल मई तक काम पूरा हो जाने की उम्मीद है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पहले चरण में इन सुरक्षा विशेषताओं को 500 और 1,000 रुपए के नोट में शामिल किया जाएगा। पाकिस्तान की ISI समेत नकली नोटों का धंधा करने वालों की सबसे ज्यादा मांग इन्हीं नोटों की रहती है।
रिजर्व बैंक के केन्द्रीय निदेशक मंडल ने इन सुरक्षा उपायों की सिफारिश की है। हालांकि, इनका ब्यौरा अभी पता नहीं चल पाया है। इन उपायों को हाल ही में सरकार ने मंजूरी दे दी। बैंकों से भी कहा गया है कि वह काउंटर पर मिलने वाले नकली नोटों को नकली नोट की मुहर लगाकर उसे तुरंत जब्त कर लें। जो बैंक प्रक्रिया का पालन नहीं करेंगे उन्हें दंडित किया जाएगा। इन नोटों में रुपये का चिह्न होगा, जिसके बीच में अंग्रेजी का अक्षर 'एल' बना होगा। वहीं, नंबर पैनल में छोटे से बड़े अंक आरोही स्थिति में होंगे।
सूत्रों ने बताया कि सिफारिशों को स्वीकार करने के बाद सरकार ने रिजर्व बैंक से कहा है कि वह नई विशेषताओं को शुरू करने के लिए तैयारी करे। उन्होंने कहा कि नए सुरक्षा उपायों के साथ 500 और 1,000 रुपए का नोट जल्द ही उपलब्ध हो जाएगा और दूसरे नोटों में इन्हें अगले साल मई तक शामिल कर दिया जाएगा। नंबर पैनल में अगर जनता नए नोटों में छोटे से बड़े अंक देखे तो वे भ्रमित न हो। इस तरह के सुरक्षा मानक सिंगापुर जैसे देश में भी अपनाए जाते हैं।