मुंबई: देश के शेयर बाजारों में पिछले सप्ताह ढाई फीसदी गिरावट रही। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सप्ताह 2.50 फीसदी या 701.24 अंकों की गिरावट के साथ शुक्रवार को 27,366.07 पर बंद हुआ। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 2.57 फीसदी या 218.6 अंकों की गिरावट के साथ 8,299.95 पर बंद हुआ।
पिछले सप्ताह सेंसेक्स के 30 शेयरों में से सात में तेजी रही, जिनमें प्रमुख रहे ल्युपिन (4.52 फीसदी), सन फार्मा (4.38 फीसदी), आईटीसी (3.63 फीसदी), हिंदुस्तान यूनिलीवर (1.08 फीसदी) और विप्रो (0.30 फीसदी)।
सेंसेक्स के 23 शेयरों में गिरावट रही, जिनमें प्रमुख रहे वेदांता (11.61 फीसदी), एक्सिस बैंक (8.00 फीसदी), गेल (7.81 फीसदी), हिंडाल्को (7.77 फीसदी) और कोल इंडिया (7.62 फीसदी)।
गत सप्ताह मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी एक से दो फीसदी गिरावट रही। मिडकैप 2.07 फीसदी या 237.13 अंकों की गिरावट के साथ 11,216.65 पर और स्मॉलकैप 1.33 फीसदी या 156.34 अंकों की गिरावट के साथ 11,610.44 पर बंद हुआ।
गत सप्ताह भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार 19 अगस्त को 11 आवेदकों को भुगतान बैंक स्थापित करने की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी।
मंगलवार 18 अगस्त को वैश्विक साख रेटिंग एजेंसी मूडीज इनवेस्टर्स सर्विस ने अपनी रिपोर्ट में मौजूदा कारोबारी साल के लिए भारत की विकास दर के अनुमान को पूर्व घोषित 7.5 फीसदी से घटाकर सात फीसदी कर दिया। मूडीज ने औसत से कम मानसूनी बारिश की वजह से ग्राम्य अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले नकारात्मक असर के कारण ऐसा किया। कारोबारी वर्ष 2016-17 के लिए हालांकि विकास दर के अनुमान को 7.5 फीसदी पर बरकरार रखा गया है।
अमेरिका के फेडरल रिजर्व की ओपेन मार्केट कमिटी की 28-29 जुलाई को हुई मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के बुधवार 19 अगस्त को जारी हुए ब्यौरे में ब्याज दर बढ़ाने के समय का कोई उल्लेख नहीं किया गया। इसमें हालांकि कहा गया कि अधिकतर सदस्यों की यह राय है कि वह स्थिति पास आती जा रही है, जिसमें ब्याज दर बढ़ाया जाएगा।