नई दिल्ली। देश के शेयर बाजारों में पिछले संक्षिप्त सप्ताह में एक फीसदी से अधिक गिरावट रही। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सप्ताह 1.36 फीसदी यानी 355.41 अंकों की गिरावट के साथ शुक्रवार को 25,863.50 पर बंद हुआ। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 1.42 फीसदी यानी 113.4 अंकों की गिरावट के साथ 7,868.50 पर बंद हुआ। शेयर बाजार शुक्रवार को बकरीद के अवसर पर बंद था।
पिछले सप्ताह सेंसेक्स के 30 शेयरों में से नौ में तेजी रही। ल्युपिन (4.95 फीसदी), मारुति (3.78 फीसदी), इंफोसिस (3.32 फीसदी), गेल (2.36 फीसदी) और विप्रो (2.13 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे टाटा मोटर्स (7.54 फीसदी), कोल इंडिया (7.13 फीसदी), भारती एयरटेल (6.51 फीसदी), रिलायंस इंडस्ट्रीज (6.39 फीसदी) और हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (6.04 फीसदी)। गत सप्ताह मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों का मिला-जुला रुख रहा। मिडकैप 0.42 फीसदी या 48.19 अंकों की गिरावट के साथ 10,597.87 पर और स्मॉलकैप 1.28 फीसदी या 138.08 अंकों की तेजी के साथ 10,942.14 पर बंद हुआ। वैश्विक बाजार में यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) के मुख्य अर्थशास्त्री पीटर प्रेट ने सोमवार 21 सितंबर को कहा कि आर्थिक अनिश्चितता के बीच यदि जरूरत पड़ी तो बैक अपने बांड खरीदारी कार्यक्रम का स्तर और बढ़ाने के लिए तैयार है।
बुधवार 23 सितंबर को चीन का प्रारंभिक काइक्सिन विनिर्माण पीएमआई सितंबर महीने में गत 78 महीने (साढ़े छह साल) के निचले स्तर 47 पर दर्ज किया गया। अमेरिका में सेंट लुइस के फेड अध्यक्ष जेम्स बुलार्ड और एटलांटा फेड अध्यक्ष डेनिस लॉकहाट ने कहा कि इस साल अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की मुख्य नीतिगत दरों में वृद्धि की जा सकती है।