नई दिल्ली: भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड 'SEBI' करीब दस साल पुराने कथित IPO अनियमितताओं की नए सिरे से जांच करेगा। नियामक के पूर्व के आदेश में कुछ कथित खामियां सामने आई हैं।
नियामक जेलस ट्रेडिंग कंपनी के प्रापराइटर जयेश पी खंडवाला, आईडीएफसी, सास्केन व सुजलॉन के आईपीओ में उसकी भूमिका, उसके कथित प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष लेनदेन, अन्य इकाइयों से संबंध व उनको हुए कथित लाभ के मामले की नए सिरे से जांच करेगा। यह मामला पहली बार 2005 में प्रकाश में आया था।
SEBI ने इस मामले की नए सिरे से जांच का फैसला किया है क्योंकि इस मामले में कुछ विसंगतियां सामने आई हैं।