मुंबई: शेयर बाजार में गड़बड़ी करने वालों और प्रतिभूति बाजार के जरिए कालेधन के शोधन में लगे लोगों के खिलाफ शिंजा और कसने के लिए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने निगरानी तंत्र की व्यापक समीक्षा करने का फैसला किया है। इस काम के लिए स्वतंत्र विशेषग्यों की मदद ली जा सकती है। SEBI नियम लागू कराने की कार्रवाई में भी तेजी लाएगा।
उच्चतम न्यायालय द्वारा काले धन पर नियुक्त विशेष जांच दल (SIT) ने SEBI से करों की चोरी और शेयरों तथा पी नोट्स में कारोबार के जरिए काले धन की लांड्रिंग करने वालों को पकड़ने के लिए अतिरिक्त उपाय करने को कहा है।
SEBI विभिन्न नियामकों और प्रवर्तन एजेंसियों के बीच अधिक समन्वय करने पर भी जोर दे रहा है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इसका मकसद शेयर बाजार प्लेटफार्म का दुरपयोग करने वालों को पकड़ना है।
अधिकारी ने कहा कि इसके खिलाफ मौजूदा सुरक्षा उपायों के ब्योरे पर सरकार से विचार विमर्श करेगा और साथ ही नए उपायों का भी प्रस्ताव करेगा। इसके बाद इसकी जानकारी SIT को दी जाएगी।
भारतीय शेयर बाजार में जोरदार उतार-चढ़ा़व के बाद SEBI ने अपनी निगरानी को और मजबूत किया है जिससे कोई भी गड़बड़ी करने वाला व्यक्ति सही निवेशकों को नुकसान न पहुंचा पाए।
हालांकि, SEBI की मौजूदा निगरानी प्रणाली बाजार में गडबड़ी पकड़ने के लिए रोजाना 100 से अधिक अलर्ट भेज रही है, लेकिन ऐसी जरूरत महसूस की गई है कि प्रणाली और कौशल दोनों में इसकी निगरानी क्षमता बढ़ाने की जरूरत है।
अधिकारी ने कहा कि बाहर के विशेषग्यों की मदद से निगरानी प्रणाली की व्यापक समीक्षा का प्रस्ताव है। इसके अलावा सेबी के आईटी ढांचे के लिए साल के दौरान एक विश्वस्तरीय डाटा केंद्र का भी प्रस्ताव है। साथ-साथ साल के दौरान कौशल विस्तार कार्यक्रम और प्रशिक्षण का भी संचालन किया जाएगा।