नई दिल्ली: मुकेश अंबानी की आरआईएल अब भारतीय रेलवे को डीजल की सप्लाई करने जा रही है। जब से डीजल नियंत्रण मुक्त हुआ है तब से रिलायंस भी सरकारी तेल कंपनियों से प्रतिस्पर्द्धा करने में सक्षम हो गई है। जिस वजह से रिलायंस ने रेलवे का टेंडर भी हासिल करने में सफलता पाई है। अभी इस बात का खुलासा नहीं हुआ है कि रिलायंस द्वारा रेलवे को कितने डीजल की बिक्री की जाएगी।
भारतीय रेलवे हर साल 25 लाख टन डीजल का उपभोग करती है और पिछले साल तक केवल सरकारी तेल कंपनियों से ही डीजल खरीदती थी। डीजल की कीमतें सरकारी नियंत्रण से मुक्त होने के बाद पिछले दस साल में पहली बार रिलायंस इंडस्ट्रीज ने भारतीय रेलवे को डीजल की बिक्री फिर से शुरू कर दी है।
आरआईएल के एक सूत्र ने बताया कि चालू वित्त वर्ष में कंपनी ने रेलवे लोकोमोटिव को डीजल आपूर्ति का टेंडर हासिल किया है और इसके लिए डीजल की आपूर्ति शुरू कर दी गई है। सरकार ने सब्सिडी खत्म करने के लिए पिछले साल अक्टूबर में डीजल को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कर दिया था। सरकार के इस कदम से सरकारी तेल कंपनियां डीजल की बिक्री बाजार मूल्य पर करने को स्वतंत्र हो गई हैं।