नई दिल्ली: हमारा बजाज टैगलाइन देने वाले और आटोमोबाइल सैक्टर की एक दिग्गज भारतीय कंपनी को बुलंदियों पर पहुंचाने वाले राहुल बजाज आज 77 साल के हो चुके हैं। हम अपनी खबर में आपको उनके पूरे जीवन की सफलताओं की अनसुनी कहानियों को बयां करने की कोशिश करेंगे।
बजाज समूह के चेयरमेन राहुल बजाज (10 जून,1938) भारतीय उद्योग जगत के सबसे सफल बिजनेस लीडर्स में से एक है। उन्हें सफल राजनेता तथा समाजसेवी के रुप में भी जाना जाता है। बजाज ग्रुप कंपनी के मालिक राहुल न सिर्फ भारत में बल्कि विदेश में भी कई उत्पादों का निर्माण करते है, जैसे की मोटर बाइक, होम एपलाइंस, इलेक्ट्रिक लैम्प, स्टेनलैस स्टील, जीवन बीमा और निवेश आदि।
राहुल ने कैथोडल और जॉन केनन स्कूल से पढ़ाई की है। साल 1958 में दिल्ली के स्टीफन्स कॉलेज से इकोनोमिक्स ऑनर्स की डिग्री प्राप्त करने के बाद उन्होंने साल 1964 में हावर्ड्स स्कूल से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की पढ़ाई की है। इसके बाद इन्होंने साल 1965 में बजाज समूह की बागडोर संभाली। बजाज ग्रुप के चेयरमैन बनाए जाने के बाद राहुल बजाज ने कंपनी को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने का ढृढ़ निश्चय कर लिया था। इनके दादाजी ने स्टील और चीनी की मिल खरीदी थी। साल 1945 में राहुल के पिताजी ने बजाज ऑटो को स्थापित किया।
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