सैन होजे: अमेरिका की चिप निर्माता कंपनी क्वोलकॉम ने रविवार को कहा कि वह एक वेंचर फंड के जरिए विभिन्न भारतीय स्टार्टअप कंपनियों में 15 करोड़ डॉलर (9.8 अरब रुपये) निवेश करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सिलिकान वैली में कई प्रोद्यौगिकी कंपनियों के प्रमुखों और शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात के बाद यह ऐलान हुआ है। सैन डिएगो की कंपनी के कार्यकारी अध्यक्ष पाल जैकब्स ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सैन होजे में डिजिटल अर्थव्यवस्था से संबद्ध एक कार्यक्रम में मुलाकात की थी, जिसके बाद कंपनी की घोषणा आई।
जैकब्स ने कहा, "हम मोदी के भारत को एक डिजिटल समाज और ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था बनाने की परिकल्पना के साथ हैं। भारत प्रौद्योगिकी क्रांति के मुहाने पर खड़ा है और मोबाइल प्रौद्योगिकी डिजिटल भारत की बुनियाद रखेगी।"
कंपनी की निवेश शाखा क्वोलकॉम वेंचर्स का यह वेंचर फंड 'हर चीज के मोबाइल और इंटरनेट' वाले परितंत्र के विकास में लगीं भारतीय स्टार्टअप कंपनियों के नवाचार को बढ़ावा देगी। यह प्रतियोगिता से भरे भारतीय बाजार में स्टार्टअप कंपनियों को वित्तीय, विपणन, प्रौद्योगिकीय और व्यापारिक मदद भी मुहैया कराएगा।
क्वोलकॉम के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नागराज कश्यप ने कहा, "'क्वोलकॉम का भारत में पहला निवेश 2007 में हुआ था और कंपनी की अपनी गतिविधि 2008 में शुरू हुई। तब से हम भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए इसमें निवेश करते रहे हैं।"
कंपनी ने भारत की जरूरतों को ध्यान में रखकर एक डिजाइन प्रतियोगिता शुरू करने का ऐलान किया है। इस प्रतियोगिता से न केवल भारत बल्कि दुनिया को भी 3जी-4जी स्मार्टफोन, टैबलेट, इंटरनेट आफ एविरीथिंग (आईओई) के लिए डिजाइन मिलेंगी।
कंपनी ने कहा, "बेंगलुरु में एक नवाचार प्रयोगशाला बनाएंगे। यह भारतीय कंपनियों को प्रौद्योगिकी और अभियांत्रिकी सहयोग देगा।"
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