नई दिल्ली: बिजली और कोयला मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि पिछले एक साल में बिजली उत्पादन में अब तक की सबसे ज्यादा वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि इस वृद्धि के कारण ही बिजली की कमी घटकर अब तक के रिकॉर्ड निचले स्तर 3.6 फीसदी पर आ गई है।
बिजली और कोयला क्षेत्र में नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए गोयल ने कहा कि पिछले एक साल में 22,566 मेगावाट बिजली क्षमता जोड़ी गई है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही लाइन क्षमता में अब तक की सर्वाधिक 22,100 सर्किट किलोमीटर की वृद्धि और सब स्टेशन क्षमता में अब तक की सबसे अधिक 66,554 मेगावाट की वृद्धि दर्ज की गई है।
गोयल ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया ने रिकॉर्ड 3.2 करोड़ टन कोयले का उत्पादन किया और वह 2020 कर 10 करोड़ टन उत्पादन क्षमता हासिल करने की संभावना तलाश रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की भावी योजनाओं में वर्ष 2022 तक अक्षय ऊर्जा क्षमता पांच गुना से अधिक बढ़ाकर 1,75,000 मेगावाट पहुंचाना, कुल 20,000 मेगावाट के पांच बड़े संयंत्र स्थापित करना, बेकार पड़े गैस आधारित संयंत्रों को बहाल कर उच्चतम मांग के दौरान बिजली की कमी को दूर करना, सब ट्रांसमिशन और वितरण में 1.09 लाख करोड़ का निवेश लाना शामिल है।