नई दिल्ली: कई बार मेल Inbox कि जगह स्पैंम फोल्डर में चले जाते है जिसके कारण मेल ढ़ूढने में दिक्कत आती है। Google ने पता लगाया है कि यह दिक्कत Gmail के Postmaster Tolls में है।
इस खामी से उभरने के लिए Gmail ने एक नटा Tool लॉन्च किया है। कंपनी के मुताबिक इस नए टूल में Google Search और Google Now में इस्तेमाल होने वाले इंटेलिजेंस फीचर का इस्तेमाल किया गया है जिसकी मदद से स्पैम E-mail फिल्टर हो जाएंगे।
Google के मुताबिक, Gmail Postmaster Tool यूजर्स के E-mails को एनलाइज कर देगा जैसे कि डिलिवरी और स्पैम रिपोर्ट। कंपनी का मानना है कि इस टूल के जरिए यह Gmail को भी ईमेल को सही फोल्डर में भेजने में मदद करेगा।
Google के प्रोडक्ट मैनजर श्री हर्षा सोमांची ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, "Gmail के यूज़र्स को बैंक और एयरलाइंस के कई महत्वपूर्ण ईमेल आते हैं, जैसे कि महीने का बिल, टिकट का रिसिप्ट। लेकिन कभी-कभार ये जरूरी मेल भी स्पैम फोल्डर में चले जाते हैं। जब ऐसा होता है, तो आपको जरूरी मेल को खोजने के लिए पूरा स्पैम फोल्डर खंगालना पड़ता है। हम ईमेल भेजने वालों की मदद करना चाहते हैं, इसलिए आज हम Gmail Postmaster Tools लॉन्च कर रहे हैं।"
Google ने बताया कि नया स्पैम फिल्टर एक आर्टिफिशियल न्यूट्रल नेटवर्क इस्तेमाल करके स्पैम को पहचानर ब्लॉक कर देगा। Gmail फिल्टर का नया वर्ज़न यह भी पहचान लेगा कि यूजर को किस तरह के E-mail पढ़ना पंसद है।
हर्षा सोमांची ने कहा, "हम मानते हैं कि सभी इनबॉक्स एक जैसे नहीं हैं। हो सकता है कि आपका पड़ोसी ईमेल न्यूज़लेटर पसंद करे, जबकि आप उन्हें डिलीट कर देते हैं। मशीन लर्निंग में तकनीकी सुधार के जरिए स्पैम फिल्टर अब हर यूज़र की निजी प्रेफरेंसेज का ख्याल रख सकता है।"
Gmail के लिए नए टूल को लॉन्च करते हुए कंपनी ने यह भी दावा किया कि किसी भी औसत Gmail Inbox के 0.1 फीसदी E-mail स्पैम होते हैं और जरूरी मेल के स्पैम फोल्डर में जाने की संख्या 0.05 प्रतिशत है।
कंपनी ने आगे कहा कि नया स्पैम फिल्टर E-mail Personation को भी पहचान लेगा, जिसका इस्तेमाल ऑनलाइन धोखाधड़ी के लिए हो रहा है।
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