गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर ने मैगी पर पाबंदी की घोषणा की, जो खाद्य सुरक्षा चिंताओं को लेकर देश भर में विवाद के केंद्र में है। यह फैसला विभिन्न राज्यों द्वारा उठाए गए कदम के मद्देनजर किया गया है। हालांकि, गोवा के स्वास्थ्य नियामक ने उसमें कोई नुकसानदेह तत्व नहीं पाया है। उन्होंने पणजी के पास मपुसा शहर में संवाददाताओं से कहा, चूंकि देशभर में मैगी पर पहले ही पाबंदी लग गई है, इसलिए हमने कोई जोखिम नहीं उठाने का फैसला किया और गोवा में इसे प्रतिबंधित कर दिया।
उधर खाद्य सुरक्षा चिंताओं के बढ़ने के बीच दिल्ली, महाराष्ट्र, पंजाब, असम, बिहार, मध्यप्रदेश, तमिलनाडु, जम्मू कश्मीर, गुजरात और उत्तराखंड पहले ही मैगी पर प्रतिबंध लगा चुके है तथा कई प्रयोगशाला जांच में इसमें अत्यधिक सीसा पाया गया है। मैगी नूडल्स बनाने वाली कंपनी नेस्ले का गोवा के बिचोलिम शहर में एक संयंत्र है।
एक सवाल के जवाब में गोवा के मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य ब्रांडों के बाकी पैकेड खाद्य उत्पादों की भी जांच होगी। वास्तव में हमें अन्य पैकेड खाद्य उत्पादों की जांच करने की जरूरत है।
स्विस कंपनी नेस्ले पर कार्रवाई करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य निगरानी संस्था एफएसएआई ने शुक्रवार को मैगी के सभी तरह के नूडल्स को प्रतिबंधित करते हुए उन्हें मानव उपयोग के लिए असुरक्षित और नुकसानदेह बताया। केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री श्रीपद नाइक ने मैगी विवाद के बारे में पूछे जाने पर कहा, इसमें जो सीसा पाया गया है वह स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। यही कारण है कि इसे प्रतिबंधित किया गया है।
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