सिलिकन वैली: शीर्ष अमेरिकी कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों CEO भारत के महत्वाकांक्षी डिजिटल इंडिया कार्यक्रम को स्वीकार किया है। इन मुख्य कार्यकारियों ने दुनियाभर में आईटी क्रांति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनका कहना है कि यह एक ऐसी पहल है जिसके जरिये भारत प्रौद्योगिकी की दृष्टि से शेष दुनिया के बराबर आ सकता है। माइक्रोसाफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रात्रिभोज पर परिचर्चा के दौरान कहा, डिजिटल इंडिया डिजिटल विभाजन की चुनौतियों से निपटने का समाधान है। भारतीय अमेरिकी मूल के नडेला ने कहा, इसके जरिये नान्यूकी से श्रीकाकुलम तक लोगों को सशक्त किया जाए। सैन होजे में डिजिटल इंडिया रात्रिभोज में नडेला ने कहा कि अगले सप्ताह माइक्रोसाफ्ट भारत में डेटा केंद्रों से क्लाउड कंप्यूटिंग की घोषणा करेगी। इस बैठक में सिलिकन वैली की कारपोरेट दुनिया के तमाम दिग्गज शामिल हुए।
गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा कि मोदी ने भारत को नवोन्मेषण का अगला अग्रदूत बनाने के प्रयास तेज किए हैं। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता स्टार्टअप है। उन्होंने कहा, भारत में जो हो रहा है उस पर हमें गर्व है। हम डिजिटल इंडिया पर प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण से सहमत हैं। इस कार्यक्रम का संचालन करने वाले एडॉब के मुख्य कार्यकारी शांतनु नारायण ने कहा कि डिजिटल इंडिया से भारत डिजिटल रूप से सशक्त ग्यान अर्थव्यवस्था बन सकेगा। प्रधानमंत्री की डिजिटल इंडिया की सोच रोमांचक है।
नारायण ने कहा, मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्री मोदी डिजिटल इंडिया को एक नई उंचाई पर ले जाएंगे। इस मौके पर नाडेला और नारायण के साथ सिस्को के सीईओ जॉन चैंबर्स और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई भी मोदी के साथ मंच पर बैठे थे। अमेरिका भारत व्यापार परिषद (USIBC) ने मोदी को भारत का एक शानदार दूत करार देते हुए डिजिटल इंडिया को मंजूरी दी। परिषद ने कहा कि इसमें भारत में जोरदार बदलाव लाने की क्षमता है। क्वॉलकॉम के कार्यकारी चेयरमैन पॉल जैकब्स ने कहा कि हम प्रधानमंत्री की डिजिटल इंडिया पहल से काफी रोमांचित हैं और प्रेरणा प्राप्त कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भारत डिजिटल प्रौद्योगिकी क्षेत्र में अग्रणी बन सकता है। जैकब्स ने भारतीय स्टार्टअप्स में नवोन्मेषण को प्रोत्साहन के लिए 15 करोड़ डॉलर के कोष की घोषणा की। उन्होंने इसके अलावा डिजाइन इंडिया पहल और लैब्स की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि इससे मेक इन इंडिया कार्यक्रम में मदद मिलेगी। उन्होंने मोदी की मोबाइल फोन को कामकाज के संचालन के एक प्रमुख उपकरण के रूप में इस्तेमाल करने की सोच को साझा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। मोदी तीन दशक से अधिक में सिलिकन वैली जाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं।
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