नई दिल्ली: नाफेड ने प्याज के मुद्दे पर दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग के हस्तक्षेप की मांग की है क्योंकि दिल्ली सरकार ने इस सहकारी संस्था से 27.50 रुपए प्रति किलो की सस्ती दर पर प्याज नहीं खरीदने का फैसला किया है।
नाफेड ने कहा कि उसने केन्द्र सरकार की ओर से मूल्य स्थिरीकरण कोष के तहत 2,500 टन प्याज की खरीद की है। इस स्टॉक को कीमतों को अंकुश में रखने के लिए दिल्ली के खुदरा बाजार में बेचने के लिए खरीदा गया था जहां प्याज की कीमत 50 से 60 रुपए प्रति किलो तक जा पहुंची है।
हालांकि इस सहकारिता संस्था ने कहा कि दिल्ली सरकार ने उससे स्टॉक खरीदने से मना कर दिया है। इसके बदले प्रदेश सरकार 33 रुपए प्रति किलो की उंची दर पर प्याज खरीद रही है और 280 स्थानों पर ग्राहकों को 40 रुपए प्रति किलो की दर से बेच रही है।
नाफेड के निदेशक अशोक ठाकुर ने पीटीआई को बताया, हम दिल्ली के उपराज्यपाल से मिले और प्याज के मुद्दे पर उनके हस्तक्षेप की मांग की। हमने उपराज्यपाल से दिल्ली सरकार को निर्देश देने को कहा है कि वह नाफेड के द्वारा दिये जाने वाले सस्ते प्याज को खरीदे।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार नाफेड से 27.50 रुपए प्रति किलो की दर से बेहतर क्वालिटी के प्याज खरीद सकती है और 30 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बेच सकती है।