बीजिंग: चीन द्वारा मुख्य दरों में की गई कटौती से अर्थव्यवस्था में तरलता बढ़ेगी और उससे वाणिज्यिक बैंकों की ब्याज दर भी घटेगी। इसके कारण आर्थिक विकास दर में दर्ज की जा रही गिरावट को रोका जा सकता है। यह बात गुरुवार को मूडीज इनवेस्टर्स सर्विस ने कही।
मूडीज के विश्लेषक फ्रैंक वू ने कहा, "हमारे अनुमान के मुताबिक आवश्यक आरक्षी अनुपात (आरआरआर) में की गई कटौती से पीबीओसी में अनिवार्य तौर पर जमा राशि में से करीब 600-700 अरब युआन (93.7-109.4 अरब डॉलर) मुक्त हो जाएगा।"
वू ने कहा, "हमारे अनुमान के मुताबिक ताजा दर बदलाव चीन के बैंकों के लिए तरलता के लिहाज से सकारात्मक रहेगा। इससे अंतरबैंक कर्ज दर नहीं बढ़ेगी।"
पीबीओसी ने बुधवार को मुख्य कर्ज और जमा दर में 25 आधार अंकों की कटौती कर दी और आरआर भी सभी बैंकों के लिए 50 आधार अंक घटा दिया। साथ ही उसने ग्रामीण वित्तीय संस्थानों के लिए 50 आधार अंक की अतिरिक्त कटौती कर दी।
गत दो महीने में यह दूसरी दर कटौती है। नवंबर 2014 के बाद हालांकि यह पांचवीं कटौती है।
पिछले दिनों अधिक लचीली मुद्रा विनिमय दर की प्रणाली लागू होने के बाद पूंजी के देश से बाहर निकलने की संभावना बढ़ने के कारण मूडीज ने बैंकों के लिए फंडिंग और तरलता परिदृश्य को सुधार से घटाकर स्थिर कर दिया है।