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भारत दुनिया का कारखाना बनने को तैयार है: चीनी मीडिया

बीजिंग: चीनी मीडिया का यह कहना कि भारत दुनिया की फैक्ट्री बनने को तैयार है, इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वकांक्षी योजना मेक इन इंडिया के लिए राहत के तौर पर देखा जा सकता है।

Surbhi Jain
Updated : August 27, 2015 16:15 IST
मोदी के मेक इन इंडिया...
मोदी के मेक इन इंडिया पर चीन की मुहर

बीजिंग: चीनी मीडिया का यह कहना कि भारत दुनिया की फैक्ट्री बनने को तैयार है, इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वकांक्षी योजना मेक इन इंडिया के लिए राहत के तौर पर देखा जा सकता है। देश के डिफेंस सेक्टर में आया विदेशी निवेश, फॉक्सकॉन जैसी कंपनियों का भारत की ओर रुख करना यह दिखाता है कि प्रधानमंत्री के प्रयासों का असर भले अभी जमीन पर दिखना बाकी हो लेकिन भविष्य में अर्थव्यवस्था की रीढ़ मजबूत करने के लिए यह निश्चित एक अच्छी शुरुआत है।  

चीन ने माना भारत दुनिया की फैक्ट्री  

भारत दुनिया का कारखाना बनने की तैयारी में है। चीन की आधिकारिक मीडिया के प्रकाशित लेख में कहा गया है कि चीन की अर्थव्यवस्था में सुस्ती की वजह से कंपनियां विनिर्माण के लिए भारत का रुख कर रही हैं।  चीन की फोन कंपनी शियोमी (Xiaomi) और ताइवान की फॉक्सकॉन का भारत में निवेश करना इस बात का संकेत है कि चीनी कंपनियां  भारत के बढ़ते बाजार का लाभ उठाना चाहती हैं।

शियोमी कॉर्प ने एक सप्ताह पहले अपना भारत में बना पहला हैंडसेट पेश किया। उसके रेडमी 2 प्राइम (Redmi2 Prime) का ताइवान की अनुबंध पर विनिर्माण करने वाली फॉक्सकॉन द्वारा असेंबल किया जा रहा है। ग्लोबल टाइम्स के लेख में बताया गया है कि फॉक्सकॉन ने भारत में शोध एवं विकास गतिविधियओं के विस्तार के लिए पांच अरब डॉलर मूल्य के करार किए हैं।

क्या है मेक इन इंडिया
मेक इन इंडिया का उदेश्य भारत को मैनुफैकिचरिंग हब बनाने का है। इसके तहत देश और विदेश के निवेशकों को आमंत्रित किया जाएगा, उनके लिए बेहतर व्यापार का माहौल बनाया जाए। जिससे देश की फैक्ट्रियों और कंपनियों में भारतीयों को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। इसमें कोई भी बाहर की कंपनी भारत में आकर व्यापार करने के लिए कंपनी खोलती है तो पैसा उसका होगा और जमीन हमारी होगी। जिसमें काम करने वाले लोग भी भारत के होंगे। मुनाफा उस कंपनी का हो सकता है लेकिन मार्केट और वेल्यू हमारे देश की होगी। ऐसे में भारत आर्थिक रुप से मजबूत और सुरक्षित होगा।  

भारत को क्या मिलेगा
मेक इन इंडिया के बैनर तले देश में आने वाले निवेश और कंपनियों से निश्चित तौर पर जहां एक ओर अर्थव्यवस्था को बूस्ट देंगे वहीं दूसरी ओर देश में नौकरियां, अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर का रास्ता भी इसी के बीच से निकलता दिखेगा।  

भारत में जल्द बनेंगे Lenovo के फोन

चीन की हैंडसेट निर्माता कंपनी लेनोवो (Lenovo) ने मंगलवार को कहा कि वह अपनी वैश्विक साझेदार फ्लेक्स्ट्रॉनिक्स के साथ मिलकर चेन्नई के अपने संयंत्र में स्मार्टफोन का विनिर्माण करेगी। लेनोवो ने बीते साल में गूगल से मोटोरोला का अधिग्रहण किया था। कंपनी पुडुचेरी के निकट अपने संयंत्र में अपने सभी लैपटॉप का निर्माण करती है। नए संयंत्र में उत्पाद परीक्षण प्रयोगशाला और गुणवत्ता परीक्षण इकाई भी होगी। इस संयंत्र में 1,500 कर्मचारी काम करेंगे और लेनोवो (Lenovo) और मोटोरोला (Motorola) के स्मार्टफोन के लिए अलग-अलग निर्माण सुविधाएं होंगी।

मोटोरोला मोबिलिटी के अध्यक्ष चेन शुदोंग ने कहा, "नए संयंत्र में कंपनी मोटो ई और Lenovo K3 नोट का निर्माण करेगी।"

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