मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक जाली नोटों के डर से बड़ी राशि वाले मुद्रा नोट जारी नहीं कर रहा है। केंद्रीय बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जाली नोटों के डर के चलते बड़ी राशि वाले मुद्रा नोट जारी करना मुश्किल है। यहां सी के प्रहलाद स्मृति व्याख्यान में उन्होंने कहा, किंचित कष्टकारी पड़ोस को ध्यान में रखते हुए, बड़ी राशि के नोट जारी किए जाने पर होने वाली जालसाजी के स्तर को लेकर चिंता है। राजन ने जाली नोटों के जोखिम का जिक्र करते समय किसी देश का नाम नहीं लिया लेकिन जांच एजेंसियों को संदेह है कि अधिकांश जाली नोट पाकिस्तान से आते हैं।
जानिए कैसे की जाती है असली और नकली नोट की पहचान
कुछ ऐसे तरीके हैं जिनका ध्यान रखकर आप आसानी से असली और नकली नोट के बीच के अंतर को पहचान सकते हैं। मसलन वार्टर मार्क, सिक्योरिटी थ्रेड, लेटेंट इमेज, माइक्रोलेटरिंग, इंटेग्लिओ प्रिंटिंग, आईडेंटिफिकेशन मार्क आदि। इस चीजों की साधारण सी जानकारी के बाद भी आप नोट असली है या नकली इसकी पहचान कर सकते हैं। देश में नकली नोटों का कारोबार जिस तरह से पैर पसार रहा है ऐसे में किसी भी व्यक्ति को करंसी से जुड़ी बेसिक जानकारी होनी जरूरी है। अभी हाल में ही रिजर्व बैंक ने सिक्योरिटी को ध्यान में रखते हुए करंसी के डिजाइन में भी परिवर्तन किए थे।
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