सैन डियागो: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत के ब्रिक्स 'ब्राजील, रूस, भारत, चीन व दक्षिण अफ्रीका' समूह में शीर्ष उभरता देश बनने की संभावना है। यह बात आज प्रमुख प्रौद्योगिकी कंपनी सिस्को के चेयरमैन और मुख्य कार्यकारी जॉन चैंबर्स ने कही। निवर्तमान मुख्य कार्यकारी ने कहा हमने भारत पर बड़ा दांव लगाया है जिसमें सबसे महत्वपूर्ण उभरता ब्रिक्स देश होने की संभावना है। दरअसल मुझे लगता है कि मोदी के नेतृत्व में ऐसा होने की बड़ी संभावना है।
चैंबर्स ने कंपनी के अगले मुख्य कार्यकारी बनने वाले चक रॉबिन्स के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही। दोनों भारत में 18 और 19 जून को आने वाले हैं। प्रमुख उभरती अर्थव्यवस्थाओं के समूह विश्व के एक चौथाई हिस्से में है और यहां करीब 40 प्रतिशत आबादी रहती है और इनका सकल घरेलू उत्पाद करीब 24,000 अरब डालर है। चैंबर्स ने कहा कि वह और चक भारत के बारे में बहुत आशावान हैं।
भारतीय प्रधानमंत्री ने डिजिटलीकरण, स्मार्ट शहरों के विकास, हर नागरिक को ब्रॉडबैंड मुहैया कराने, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और रोजगार सृजन के महत्व को पहचाना है ताकि लोगों के जीवन में बदलाव लाया जा सके।
भारत में चुनाव के दौरान दिए गए अपने बयान को याद करते हुए चैंबर्स ने कहा, मेरा विचार बिल्कुल नहीं बदला है। मुझे यदि उभरते बाजार पर दांव लगाना है तो भारत पर दोगुना होगा और हमने इसे दोगुना किया है।अपनी आगामी भारत यात्रा के बारे में उन्होंने कहा हम भारत में अगले सप्ताह सरकार में बैठे प्रमुख नेताओं के साथ समय बिताएंगे जिनमें आपके शीर्ष नेता भी शामिल हैं।
चैंबर्स ने कहा, हम साथ भारत जा रहे हैं कि हम दोनों इसके प्रति प्रतिबद्ध हैं .... कुछ काम चक करेंगे कुछ मैं जारी रखूंगा। स्मार्ट सिटी के बारे में उन्होंने कहा कि वे बात सिर्फ संपर्क की नहीं है बल्कि लोगों के जीवन, स्वास्थ्य सुविधा और परिवहन से जुड़ी स्थितियों में बदलाव का भी मामला है। स्मार्ट सिटी मोदी की प्रिय परियोजना है जिसका लक्ष्य है देश के शहरी खाके को बदलना ताकि शहर आर्थिक वृद्धि में योगदान करने के अलावा ज्यादा रहने लायक और समावेशी बनें। भारत ने 100 स्मार्ट शहर विकसित करने का प्रस्ताव किया है।
नेट निरपेक्षता के बारे में चक ने कहा, नेट निरपेक्षता का मामला सिर्फ उसी का लक्षण है जो हम आमतौर पर वही सुनिश्चित करने की कोशिश कर हैं कि पूरी दुनिया में हर व्यक्ति तक ब्रॉडबैंड की व्यापक पहुंच हो।