नई दिल्ली: भारत ने बिहार में रक्सौल से नेपाल में अमलेखगंज तक तेल पाइपलाइन बिछाने के लिए नेपाल के साथ एक समझौते पर सोमवार को हस्ताक्षर किए। इस पाइपलाइन के जरिए पेट्रोल, डीजल व विमान ईंधन की आपूर्ति नेपाल को की जाएगी। यहां जारी आधिकारिक बयान के अनुसार पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान तथा नेपाल के वाणिज्य व आपूर्ति मंत्री सुनील थापा ने समझौते पर हस्ताक्षर किए। प्रधान तीन दिन की काठमांडो यात्रा पर गए हैं। दक्षिण एशिया में यह अपनी तरह की पहली सीमापारीय तेल पाइपलाइन होगी। चारों तरफ से जमीनी सीमाओं से घिरा नेपाल अपनी ईंधन की जरूरत भारत से ही पूरी करता है। फिलहाल सरकारी कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन सड़क मार्ग से वहां ईंधन की आपूर्ति करती है।
बयान के अनुसार, 'दोनों मंत्रियों ने पेट्रोलियम क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा की। उन्होंने सहमति जताई कि दोनों देश तेल व गैस क्षेत्र में सहयोग का विस्तार कुछ अन्य क्षेत्रों में भी कर सकते हैं।' प्रस्तावित परियोजना के तहत 41 किलोमीटर लंबी तेल पाइपलाइन का निर्माण किया जाना है जिसका 39 किलोमीटर लंबा हिस्सा नेपाल में पड़ेगा। आईआईसी इस पर 200 करोड़ रुपये खर्च करेगी। नेपाल सरकार से सांविधिक मंजूरी मिलने के बाद आईओसी को इसे पूरा करने में 30 महीने लगेंगे। बयान के अनुसार नेपाल ऑयल कॉरपोरेशन अमलेखगंज डिपो में अतिरिक्त सुविधाओं पर 75 करोड़ रुपये निवेश करेगी।