नई दिल्ली: विनिर्माण गतिविधि में सुधार की वजह से जून में औद्योगिक उत्पादन (IIP) में 3.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई जो चार माह का उच्च स्तर है। पिछले साल जून में उत्पादन 4.3 प्रतिशत बढ़ा था। केन्द्रीय सांख्यिकी कार्यालय (CSO) द्वारा जारी आंकड़ों मुताबिक, औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) के आधार पर मई 2015 की आईआईपी वृद्धि दर का अनुमान पूर्व के 2.7 प्रतिशत की तुलना में घटाकर 2.5 प्रतिशत किया गया है। अप्रैल में औद्योगिक वृद्धि 3.35 प्रतिशत, जबकि मार्च में ढ़ाई प्रतिशत थी। वहीं फरवरी में औद्योगिक उत्पादन में 4.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी।
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए औद्योगिक उत्पादन(IIP) की वृद्धि दर 3.2 प्रतिशत रही जो पिछले साल की इसी अवधि में 4.5 प्रतिशत थी। सूचकांक में 75 प्रतिशत से अधिक योगदान करने वाले विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर जून में 4.6 प्रतिशत रही जो पिछले साल जून में 2.9 प्रतिशत थी। वहीं अप्रैल-जून अवधि में इस क्षेत्र में 3.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई जो पिछले साल की इसी अवधि में 3.9 प्रतिशत बढ़ा था।
हालांकि, पूंजीगत सामानों के उत्पादन की वृद्धि दर में जून महीने में 3.6 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में इसमें 23.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी। अप्रैल-जून तिमाही में पूंजीगत सामानों का उत्पादन डेढ़ प्रतिशत बढ़ा, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में इसमें 13.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी। उद्योगों के संदर्भ में विनिर्माण क्षेत्र में 22 में से 16 उद्योगों में जून महीने में सकारात्मक वृद्धि रही। जून माह में खनन क्षेत्र में 0.3 प्रतिशत का संकुचन आया, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में इसमें 4.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी।
अप्रैल-जून अवधि में खनन क्षेत्र की वृद्धि दर 0.7 प्रतिशत रही जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 2.9 प्रतिशत रही थी। आलोच्य माह में बिजली उत्पादन की वृद्धि दर भी घटकर 1.3 प्रतिशत पर आ गई, जबकि पिछले साल जून में इस क्षेत्र में 15.7 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई थी। अप्रैल-जून अवधि में बिजली क्षेत्र की वृद्धि दर 2.3 प्रतिशत रही जो पिछले साल की इसी तिमाही में 11.3 प्रतिशत थी। इसी तरह, जून माह में उपभोक्ता सामानों का उत्पादन 6.6 प्रतिशत बढ़ा, जबकि पिछले साल जून में इस क्षेत्र में 23.3 प्रतिशत का संकुचन आया था। वहीं अप्रैल-जून अवधि में उपभोक्ता सामान के उत्पादन में 3.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में इसमें 9.5 प्रतिशत का संकुचन आया था। गैर-टिकाउ उपभोक्ता सामान के उत्पादन में जून माह में 1.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि पिछले साल जून में इस क्षेत्र में वृद्धि दर 1.9 प्रतिशत रही थी। वहीं प्राथमिक वस्तुओं का उत्पादन जून में 5.1 प्रतिशत बढ़ा, जबकि पिछले साल जून में यह 10.2 प्रतिशत बढ़ा था।