कोलकाता: अगरबत्ती उद्योग वस्तु एवं सेवाकर GST लागू होने का बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहा है क्योंकि उसे लगता है कि इस नए कानून से स्थानीय स्तर पर उत्पादन को बढ़ावा देने के लिहाज से अधिक लचीलापन की सुविधा होगी। विश्व की सबसे बड़ी अगरबत्ती विनिर्माता साइकिल अगरबत्ती के निदेशक अर्जुन रंगा ने बताया, हम बड़ी बेसब्री से GST लागू होने का इंतजार कर रहे हैं। इससे हमें स्थानीय स्तर पर उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा, वर्तमान में, उत्पाद शुल्क का लाभ लेने के लिए हम उत्पादन की जगह अन्यत्र नहीं ले जा सकते। लेकिन GST लागू होने पर यह संभव हो सकेगा। इस समय, कंपनी ओडि़शा और बिहार जैसी जगहों से अगरबत्ती की तीली लेकर उन्हें मैसूर कारखाने भेजती है जहां तीलियां को सुगंधित सामग्री से लपेटा जाता है। इससे काफी समय बर्बाद होता है और लागत भी बढ़ती है।
रंगा ने कहा, GST लागू होने पर हम कई जगहों पर अगरबत्तियों का संपूर्ण विनिर्माण कर सकेंगे। देश में अगरबत्ती उद्योग का आकार 5,000 करोड़ रुपए का है जिसमें संगठित कंपनियों की हिस्सेदारी करीब 50 प्रतिशत है। सिगरेट बनाने वाली कंपनी आईटीसी भी संभावनाओं को दोहन करने के लिए अगरबत्ती बाजार में मौजूद है।
उल्लेखनीय है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा अगरबत्ती विनिर्माता देश है और इस क्षेत्र का निर्यात करीब 450 करोड़ रुपये है।