बैंगलुरू: वैश्विक सर्च इंजन गूगल ने सोमवार को कहा कि भारत में बच्चों की सुरक्षा के लिए चलाए जाने वाले अभियानों को वह 3.2 करोड़ रुपये (5,00,000 डॉलर) का अनुदान देगी। गूगल की भारतीय सहायक कंपनी ने यहां एक बयान जारी कर कहा, "अनुदान के तहत भारत में गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) को स्मार्ट एप्लीकेशन से मदद की जाएगी और बाल सुरक्षा कार्यक्रमों तथा अभियानों को बढ़ावा दिया जाएगा।"
यह अनुदान तीन गैर सरकारी संगठनों -चाइल्डलाइन इंडिया फाउंडेशन, बचपन बचाओ आंदोलन और तुलिर- को दिया जाएगा।
तीनों संगठन बच्चों को मुफ्त परामर्श देने, उन्हें दासता, तस्करी, वेश्यावृत्ति और जबरन मजदूरी से बचाने के लिए काम करते हैं।
गूगल इंडिया के प्रबंध निदेशक राजन आनंदन ने कहा, "गूगल डॉट ऑर्ग के अनुदान का उपयोग अधिकाधिक बच्चों तक पहुंचने और उनके भविष्य की सुरक्षा करने के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए किया जाएगा।"
चाइल्ड लाइन इस अनुदान से अपनी सेवा के लिए एक ऑनलाइन मंच का विकास करेगा।
बचपन बचाओ आंदोलन इस अनुदान के जरिए बाल वेश्यावृत्ति से लड़ने का एक कार्यक्रम बनाएगा और अपने लक्ष्य के लिए एक वेबसाइट का विकास करेगा।
तुलिर देश भर में बच्चों को वेश्यावृत्ति से बचाने और उन्हें उपचारात्मक सहायता देने का काम करता है। यह एक स्कूल आधारित पाठ्यक्रम के जरिए बच्चों को सुरक्षित रहने की शिक्षा देता है और बच्चों के लिए काम करने वाले पेशेवरों के लिए भी प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाता है।