नई दिल्ली: वित्त सचिव राजीव महर्षि ने आज कहा कि आर्थिक वृद्धि को प्रभावित करने वाले संरचनात्मक मुद्दों से निपटने से भारत की अर्थव्यवस्था अगले 10-15 साल में 8.5 से 9 प्रतिशत की वृद्धि दर हासिल करने की उम्मीद है।
राजीव ने कहा, भारत की वृद्धि दर अगले 10 से 15 साल में 8.5% से 9.0% के करीब संभावित है। हम जिन स्ट्रक्चरल मुद्दों को हल करने में लगे हैं, उसके कारण शॉर्ट टर्म वृद्धि दर कम रह सकती है। उन्होंने कहा कि देश के सामने कई सामाजिक-आर्थिक समस्याएं हैं जिनके समाधान के लिये मजबूत आर्थिक वृद्धि जरूरी है।
राजीव के मुताबिक, सरकार ने निवेश और वृद्धि को गति देने के लिये जो कदम उठाये हैं, उससे भारत की आर्थिक वृद्धि दर मौजूदा वित्त वर्ष में कम-से-कम 8 प्रतिशत रह सकती है। आर्थिक समीक्षा में मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान वृद्धि दर 8.1 से 8.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया है।
उन्होंने कहा, बहुपक्षीय संस्थान भी वृद्धि को लेकर हमारी उम्मीद से इत्तेफाक रखते हैं। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने 2015-16 में आर्थिक वृद्धि दर 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। अन्य संगठनों ने भी वृद्धि दर 7.5 प्रतिशत के आसपास रहने का अनुमान जताया है।